नेपाल में गतिरोध समाप्त, कैबिनेट में 6 नए मंत्री शामिल
काठमांडू, 24 जून (आईएएनएस)। शांति प्रक्रिया को गति देने के लिए भारतीय विदेश सचिव शिवशंकर मेनन की नेपाल यात्रा के 72 घंटे के भीतर ही लगभग पिछले एक महीने से प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल की सरकार के सामने खड़ा गतिरोध बुधवार को समाप्त हो गया। तराई की पार्टियों ने अपना विवाद सुलझा लिया और उन्होंने कैबिनेट में अपने प्रतिनिधियों को भेज दिया।
इस तरह कैबिनेट में छह नए मंत्रियों के शामिल किए जाने के बाद नेपाल के मंत्रिपरिषद में मंत्रियों की संख्या बढ़ कर 28 हो गई है।
मंत्रिमंडल में मलाईदार विभागों की मांग को लेकर लंबे समय से अड़ी तराई की सबसे बड़ी पार्टी मधेसी जनाधिकार फोरम ने बुधवार को शरद सिंह भंडारी और मृगेंद्र कुमार सिंह को मंत्रिमंडल में भेजा। भंडारी को पर्यटन व नागरिक उड्डयन मंत्री तथा सिंह को कृषि व सहकारिता मंत्री बनाया गया है।
सदन में पांचवी सबसे बड़ी पार्टी तराई मधेश लोकतांत्रिक पार्टी (टीएमएलपी) ने मंत्रिमंडल में अपने तीन मंत्री भेजे हैं। यह पार्टी पिछले वर्ष हुए चुनाव के बाद पहली बार सरकार में शामिल हुई है।
टीएमएलपी के मंत्रियों में रामचंद्र कुशवाह (चुनाव व खेल मंत्री), महेंद्र यादव (वाणिज्य मंत्री) और गणेश नेपाली (युवा व खेल मंत्री) के नाम शामिल हैं।
तराई की तीसरी पार्टी भी मंत्रिमंडल में सीटों के लिए बातचीत कर रही थी, लेकिन फिलहाल वह नेपाल सरकार पर आमसहमति की राजनीति के खिलाफ जाने का आरोप लगाकर सरकार से दूर बनी हुई है।
पूर्व शाही पार्टी राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) भी अपने वरिष्ठ नेता दीपक बोहरा को मंत्रिपरिषद में भेज कर गठबंधन सरकार में शामिल हो गई है। बोहरा को वन व मृदा संरक्षण मंत्री बनाया गया है।
बुधवार को हुए मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद नेपाल में छह पार्टियों के गठबंधन की सरकार कायम हो गई है। इस गठबंधन में नेपाली कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनीफाइड (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) प्रमुख घटक दल के रूप में हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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