मानसून में विलंब से बढ़ सकती है किसानों की समस्या
मौसम विभाग के मुताबिक विलंब से यानी अब प्रदेश में 30 जून के आसपास मानसून के दस्तक देने के आसार है। इससे पहले विभाग ने 26 जून तक मानसून के आने की भविष्यवाणी की थी। लखनऊ स्थित मौसम विभाग के निदेशक जे. पी. गुप्ता ने बताया कि राज्य में बारिश प्रमुखत: बंगाल की खाड़ी से आने वाले मानसून से होती है। वर्तमान में वहां पर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। पूरी आशा है कि अगले छह-सात दिनों में प्रदेश के सभी हिस्सों में बारिश शुरू हो जाएगी।
मानसून की देरी के कारण राज्य के कई हिस्सों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। पिछले 24 घंटों में सुल्तानपुर जिले में पारा 46.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। लखनऊ का तापमान 44.4, आगरा का 45, वाराणसी का 44.6 और झ्झांसी का 44.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मानसून में देरी और तपती गर्मी से पैदा हुए सिचाईं संकट से परेशान किसान समय से खरीफ की फसल की बुआई नहीं कर पा रहे हैं। कृषि विभाग के मुताबिक विगत वर्ष 15 जून तक करीब 344,000 हेक्टेयर जमीन में खरीफ की बुआई का काम शुरू हो गया था, लेकिन इस साल अब तक यह आंकड़ा केवल 253,000 हजार हेक्टेयर तक ही पहुंचा है।
प्रदेश के प्रमुख सचिव (सिंचाई) हरमिंदर राज सिंह ने आईएएनएस को बताया कि कृषि के लिहाज से अभी हालात चिंताजनक नहीं हैं, लेकिन अगर जुलाई के पहले सप्ताह तक मानसून प्रदेश में नहीं आया तो समस्या गंभीर हो जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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