हिमाचल के प्रमुख जलाशयों को विकसित किया जाएगा : धूमल
इससे पूर्व, मुख्य मंत्री ने 71़13 लाख रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित होने वाले वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी के विज्ञान खण्ड तथा 81़30 लाख रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित होने वाले राजकीय प्रारम्भिक पाठशाला समीरपुर की अधारशीला रखी।
प्रो़ धूमल ने कहा कि बिलासपुर जिला के भाखड़ा बांध की गोबिन्द सागर झील, कांगड़ा जिला में 40 किलामीटर लम्बी महाराणा प्रताप सागर झील तथा चम्बा जिला में चमेरा झील में राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर की जलक्रीड़ा प्रतियोगिताएं आयोजित करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश में खेल पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इन जलाशयों के आस-पास गुणात्मक अधोसंरचना के सृजन के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि जलक्रीड़ा प्रेमियों को प्रदेश में आकर्षित किया जा सके।
प्रो़ धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में कृषि क्षेत्र गतिविधियों को व्यापक प्रोत्साहन दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 353 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी पण्डित दीन दयाल किसान समृद्वि योजना कार्यान्वित की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके तहत सरकार कृषि विविधता के लिए किसानों को पॉलीहाऊस के निर्माण के लिए 80 प्रतिशत उपदान प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों को अक्षरश: कार्यान्वित करने में सहयोग के लिए कर्मचारियों से आग्रह किया।
मुख्य मंत्री ने कहा कि टौणी देवी में इंडोर स्टेडियम के निर्माण के प्रयास किए जायेंगे ताकि वर्ष भर खेल गतिविधियां आयोजित कर ग्रामीण क्षेत्रों की खेल प्रतिभाओं को आगे लाया जा सके। मुख्यमंत्री ने टौणी देवी तथा समरीपुर में जन समस्याएं भी सुनी तथा सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। उन्होंने स्वर्गीय हेमराज की माता खलिलो देवी एवं पत्नी अनीता देवी को सम्मानित भी किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।