धूतल ने केंद्र से हिमाचल के लिए एक और राष्ट्रीय राज मार्ग स्वीकृत करने को कहा
उन्होंने कहा कि राज्य उच्च मार्ग 26 की कुल लम्बाई 106़40 किलोमीटर है तथा यह शिमला से आरम्भ होकर जुब्बड़हट्टी (शिमला हवाई अड्डा)-कुनिहार-रामशहर-नालागढ़ होकर गुजरने के बाद घनौली में रोपड़ पंजाब पहुंचता है। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को पत्र लिखकर इस मार्ग को राष्ट्रीय उच्च मार्ग घोषित करने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के संसारीनाला-किलाड़-थिरोट मार्ग का रख-रखाव सीमा सड़क संगठन द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सामरिक महत्व का यह मार्ग जम्मू-कश्मीर के लिए एक वैकल्पिक मार्ग है। प्रो़ धूमल ने कहा कि इस मार्ग को 17 अक्तूबर 2007 को प्रदेश को हस्तांतरित किया गया तथा यह स्पष्ट किया गया कि इसके रख-रखाव पर जो व्यय राज्य सरकार करेगी, उसे भारत सरकार द्वारा क्षतिपूर्ति के तौर पर पूर्ण रूप से वापिस किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जहाज, भूतल परिवहन एवं उच्च मार्ग मंत्रालय भारत सरकार ने सूचित किया है कि उक्त सड़क मार्ग का सुधार एवं रख-रखाव प्रदेश की केन्द्रीय प्रायोजित योजना 'आर्थिक महत्व के मार्ग' के तहत किया जाएगा, जिसमें भारत एवं राज्य सरकार की 50-50 प्रतिशत की बराबर भागीदारी होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस सम्बंध में पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि सीमित संसाधनों के दृष्टिगत प्रदेश इस मार्ग के रख-रखाव के लिए 50 प्रतिशत हिस्सेदारी वहन करने में सामर्थ नहीं है।
उन्होंने केन्द्रीय मंत्रालय से आग्रह किया है कि इस मार्ग के रख-रखाव को वर्ष 2007 में लिए गए निर्णय के अनुसार सामरिक सड़क निधि से करने की अनुमति दी जाए।उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से प्रदेश सरकार के इस आग्रह पर विचार करने तथा इस मार्ग का रख-रखाव सामरिक सड़क निधि से करने पर सहमति का आग्रह किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।