मेलबर्न में भारतीय छात्र पर फिर हमला, सरकार के अनुसार हालात में सुधार (लीड-1)
व्यालार रवि ने आस्ट्रेलिया के शिक्षा, रोजगार और कार्यस्थल मामलों की मंत्री लीजा पाल से नई दिल्ली में मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, "पुलिस एक के बाद एक कार्रवाई कर रही है और स्थिति नियंत्रण में है। हो सकता है कि कुछ छिटपुट घटनाएं घट रही हों।"
उन्होंने कहा कि भारतीय उच्चायोग भारतीय छात्रों की सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों की निगरानी के लिए आस्ट्रेलियाई सरकार के साथ बराबर संपर्क में है।
व्यालार रवि ने कहा, "हमारे लिए महत्वपूर्ण बात यह है कि हालात में सुधार हो रहा है।"
उधर सोमवार को हुए हमले के बाद अस्पताल में भर्ती खान ने कहा कि यह एक नस्लीय हमला था, क्योंकि उसके पैसे को नहीं छुआ गया।
समाचार चैनल सीएनएन-आईबीएन की वेबसाइट के अनुसार खान ने कहा, "मेरे ऊपर हमला तब हुआ जब मैं एक सैलून से बाहर आ रहा था। दो व्यक्तियों ने आकर मेरे चेहरे पर घूंसा मारा। यह नस्लीय हमला है, क्योंकि उन्होंने मेरे पैसे नहीं लूटे। हमले के 10 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची।"
आस्ट्रेलिया में नौ मई से लेकर अब तक भारतीयों पर यह 16वां हमला है।
दूसरी ओर लीजा पाल ने नई दिल्ली में पत्रकारों से कहा, "कुछ भारतीय छात्रों पर हो रहे हमलों की आस्ट्रेलिया ने कड़ी निंदा की है।"
पाल ने कहा, "आज मंगलवार को मैंने आस्ट्रेलिया द्वारा उठाए जा रहे ठोस, सकारात्मक और आवश्यक कदमों के बारे में मंत्री (व्यालार रवि) को जानकारी दी है।"
पाल ने कहा कि इन हमलों के पीछे मुख्य रूप से आपराधिक तत्वों का हाथ है।
उन्होंने कहा, "खासतौर से मेलबर्न जैसे संवेदनशील इलाकों में पुलिस की संख्या बढ़ाने के प्रयास का असर दिखने लगा है। लिहाजा अब इस तरह की घटनाओं में कमी दिखाई देगी। लेकिन आस्ट्रेलिया के हालात की हम हर रोज निगरानी कर रहे हैं।"
यह पूछे जाने पर कि इन हमलों के पीछे कहीं नस्लवाद तो नहीं, इस पर पाल ने कहा, "आस्ट्रेलिया में नस्लवाद के लिए कोई जगह नहीं है। हम उस हर घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं जो समाज की शांति में खलल डालती हो।"
ज्ञात हो कि आस्ट्रेलिया में करीब 100,000 भारतीय छात्र हैं जो देश की अर्थव्यवस्था में 3.5 अरब डॉलर का योगदान करते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*