नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बंद से जनजीवन प्रभावित (लीड-1)
नक्सलियों ने सोमवार रात पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पश्चिमी मिदनापुर के झाड़ग्राम इलाके और पुरूलिया के बड़ा बाजार में माकपा कार्यालयों में आगजनी और लूटपाट की।
बिहार के लखीसराय जिले में नक्सलियों ने जिलाधिकारी कार्यालय और न्यायालय परिसर पर हमला कर अंधाधुंध गोलीबारी की और न्यायालय में पेशी के लिए ले जाए जा रहे अपने दो साथियों को पुलिस के कब्जे से छुड़ा लिया।
हमले में जिले के उप विकास आयुक्त (डीडीसी) के साथ ही पुलिस के तीन जवान घायल हो गए। नक्सली पुलिस से एक कार्बाइन तथा दो राइफल भी लूट ले गए। इससे पहले नक्सलियों ने सोमवार की देर रात गया जिले में एक मोबाइल टावर तथा औरंगाबाद जिले में एक कला-संस्कृति भवन को विस्फोटक कर उड़ा दिया।
छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हुआ। विद्रोहियों ने महत्वपूर्ण राजमार्गो पर यातायात बाधित किया।
पश्चिम बंगाल में नक्सलियों के प्रभाव वाले तीन जिलों-बांकुड़ा, पुरूलिया और पश्चिमी मिदनापुर के बड़े हिस्से में यातायात ठप रहा, दुकानें और बाजार बंद रहे और लोग अपने घरों में कैद रहे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि माकपा कार्यालय में आगजनी के दौरान हमलावरों ने नक्सली समर्थक नारेबाजी की। पश्चिमी मिदनापुर और बांकुरा जिलों में पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान बारूदी सुरंगरोधी वाहनों के साथ गस्त कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिरीक्षक (पश्चिमी क्षेत्र) कुलदीप सिंह ने आईएएनएस को बताया कि इस तरह के बंद का हमेशा मिला-जुला प्रभाव होता है। जिलों के जिन हिस्सों में नक्सली सक्रिय हैं, वहां लोगों में भय होता है और आम जनजीवन प्रभावित होता है। परंतु अन्य हिस्सों जहां विद्रोहियों की उपस्थिति नहीं है, वहां जनजीवन सामान्य है। उन्होंने दावा किया कि कुछ छोटी दुकानें खुली हैं और कुछ बसें चल रही हैं।
बिहार के अपर पुलिस महानिदेशक नीलमणि ने बताया कि आज दिन में एक बजे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के एक दर्जन नक्सली लखीसराय समाहरणालय (जिलाधिकारी कार्यालय) तथा न्यायालय परिसर के बीच में उस समय हमला कर अंधाधुंध गोलीबारी की जब कुछ नक्सलियों को अदालत में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था।
इस हमले में नक्सलियों ने पुलिस कब्जे से अपने साथी मिसरी बेसरा उर्फ बाबूलाल बेसरा को भी छुड़ा ले गए। नक्सली पुलिस से एक कार्बाइन तथा दो राइफल भी लूट ले गए।
नीलमणि के मुताबिक इस हमले में उप विकास आयुक्त राजीव रंजन सिन्हा के अलावा तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इलाज के लिए सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है।
लखीसराय के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस जवानों को लखीसराय के लिए रवाना कर दिया गया है।
इससे पहले औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के जीकटी गांव में नक्सलियों ने धावा बोलकर कला-संस्कृति भवन को विस्फोटक लगाकर उड़ा दिया। औरंगाबाद के पुलिस उपाधीक्षक अख्तर हुसैन ने मंगलवार को बताया कि नक्सलियों द्वारा की गई इस कार्रवाई में तीन वर्ष पूर्व बना यह भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
उधर, गया जिले के बाराचट्टी थाना के खराटी गांव में नक्सलियों ने एयरटेल नामक निजी कंपनी के एक मोबाइल टावर को विस्फोट द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया। बाराचट्टी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सौरभ कुमार ने बताया कि करीब 70-80 की संख्या में आए नक्सलियों ने मोबाइल टावर को विस्फोटक लगाकर क्षतिग्रस्त कर दिया।
उन्होंने बताया कि घटनास्थल से हस्तलिखित एक पर्चा भी बरामद किया गया है जिसमें पश्चिम बंगाल के लालगढ़ में पुलिस की कार्रवाई के विरोध में इस कार्रवाई को अंजाम देने की बात कही गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है तथा नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है।
छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हुआ। विद्रोहियों ने महत्वपूर्ण राजमार्गो पर यातायात बाधित किया।
पुलिस ने कहा कि सोमवार को राज्य में जनजीवन प्रभावित नहीं हुआ और हिंसा की किसी घटना की सूचना नहीं मिली लेकिन उड़ीसा और आंध्र प्रदेश की सीमा से लगे बस्तर और उत्तरी हिस्से में झारखंड सीमा से लगे सरगुजा में बंद का असर रहा। दर्जनों लोग बस अड्डों पर फंसे रहे क्योंकि कोई भी वाहन नक्सल प्रभावित इलाकों में जाने को तैयार नहीं था।
मंगलवार सुबह नक्सलवादियों ने बस्तर क्षेत्र के पांच जिलों दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, कांकेर और बस्तर के विभिन्न मार्गो पर भारी लट्ठे रखकर मार्ग अवरूद्ध कर दिया। इससे राष्ट्रीय राजमार्गो पर यातायात जाम हो गया। सरगुजा में यात्री वाहनों के मालिकों ने हमलों के भय से अपने वाहनों को सड़कों से दूर रखा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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