जींस पर पाबंदी के मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगी महिला विधायक
शहर की महिला विधायकों का कहना है कि उत्तर प्रदेश प्राचार्य परिषद(यूपीपीए)को प्रदेश किसी भी कालेज में छात्राओं के खिलाफ इस तरह का प्रस्ताव नहीं लाना चाहिए। अगर कालेज परिसर में छात्राओं के जींस लगाने की पाबंदी लगाई गई तो वे इस मुद्दे को विधान सभा तक लेकर जाएंगी।
कानपुर के कल्याणपुर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) विधायक प्रेमलता कटियार ने सोमवार को आईएएनएस से बातचीत में कहा कि कुछ लोगों की गलत नजरों के चलते लड़कियों के कालेज परिसर में जींस पहनने पर प्रतिबंध लगाना उचित नहीं है। यूपीपीए का यह प्रस्ताव पूरी तरह से गलत है।
उन्हीं के सुर में सुर में सुर मिलाते हुए शहर के सरसौल विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी(सपा) विधायक अरुणा तोमर ने कहा कि यूपीपीए द्वारा जींस पहनने पर पाबंदी लगाने का बात उनकी संकुचित सोच को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि अनुशासन के नाम पर प्राचार्य अपनी कमजोरी छुपाने के लिए इस तरह के कदम उठाने की बात कर रहे हैं।
शहर के चौबेपुर विधानसभा सीट से सत्तारुढ़ बहुजन समाज पार्टी(बसपा) विधायक प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि मिनी और माइक्रो स्कर्ट जैसे लड़कियों परिधानों पर रोक लगाने की बात तो समझ्झ में आती है, लेकिन जींस पर प्रतिंबध लगाना समझ्झ से परे है। यह पूरी तरह से अनुचित है।
उन्होंने कहा कि हम हर संभव प्रयास करेंगे कि यह प्रस्ताव पारित न हो पाए। प्रदेश के 400 महाविद्यालयों के समूह उत्तर प्रदेश प्राचार्य परिषद(यूपीपीए) ने हाल ही में कालेज परिसर में छात्राओं के जींस पहनने पर पाबंदी लगाकर एक ड्रेस कोड लागू करने का प्रस्ताव तैयार किया है।
यह पूछे जाने पर कि इस तरह के प्रस्ताव का मसौदा तैयार करने के पीछे क्या कारण है। इस पर यूपीपीए के संयोजक अशोक कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हमें ऐसा लगता है कि महाविद्यालयों में छात्राओं के जींस पहनने पर पाबंदी लगाने से महाविद्यालयों में अनुशासन मजबूत होगा और छेड़छाड़ के घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।
मालूम हो कि पिछले दिनों कानपुर शहर में चार महाविद्यालय छेड़खानी की घटनाओं पर रोक लगाने के नाम पर अपने परिसरों में छात्राओं के जींस पहनने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी कर चुके हैं।
कानपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध शहर के दयानंद महिला महाविद्यालय, सेन बालिका महाविद्यालय, जौहरी महिला महाविद्यालय और आचार्य नरेंद्र देव महिला महाविद्यालय ने पिछले दिनों छात्राओं के महाविद्यालय परिसर में जींस पहनने पर रोक लगाने का फैसला किया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।