सुरक्षा बलों को लालगढ़ में अपने तरीके से काम करने दे : चिदंबरम
लालगढ़ के ब्लाक मुख्यालय पर कब्जा करने के बाद सुरक्षा बलों ने अशांत इलाके से नक्सलियों को बाहर निकालने के लिए आसपास के गांवों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
चिदंबरम ने एक बयान में कहा है, "लालगढ़ में स्थिति संवेदनशील है। वहां लगातार तनाव बना हुअा है। इसके अलावा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने सोमवार को बंद का आह्वान किया है।"
उन्होंने कहा, "सुरक्षा बलों को बिना किसी व्यवधान के अपना काम करने देना चाहिए। इसलिए मैं सभी नागरिकों खासकर राजनीतिक नेताओं, गैरसरकारी संगठनों और अन्य लोगों से निवेदन करता हूं कि अशांत इलाके में न जाएं।"
चिदंबरम का बयान ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले पश्चिम बंगाल के बुद्धिजीवियों का एक वर्ग लालगढ़ गया था और उसने वहां महिलाओं और बच्चों को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया था। नाट्यकर्मी सोनाली मित्रा ने इलाके का दौरा करने के बाद पत्रकारों से कहा, "हमने कुछ दूरवर्ती गांवों का दौरा किया और लोगों से बातचीत की। लोग खतरे में जी रहे हैं। वे बहुत डरे हुए हैं कि पुलिस उनकी पिटाई कर सकती है।"
इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने भी अपनी पार्टी के दो केंद्रीय मंत्रियों मुकुल रॉय और सिसिर अधिकारी को मिदनापुर जाने और वहां कुछ दिन तक रुकने का निर्देश दिया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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