माया का विरोध करने पर मिली लाठियां
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने हाल ही में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नाटकबाज करार दिया था, जिसके बाद प्रदेश के विपक्षी दलों में खासा रोष व्याप्त हो गया। माया के विरोध में बुधवार को युवक कांग्रेस के करीब 400 कार्यकर्ता सड़क पर उतर आये। कार्यकर्ताओं ने माल एवेन्यू स्थित कांग्रेस कार्यालय से विधान भवन के लिए जुलूस निकालना शुरू किया, लकिन पुलिस ने जुलूस को बीच में ही रोक दिया।
माया ने लिया विरोध का बदला: कांग्रेस
कार्यकर्ताओं ने जब विधान भवन की ओर जबरन बढ़ने के प्रयास किये तो पुलिस ने उन पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं। कई राउंड हुए लाठीचार्ज में करीब दो दर्जन कार्यकर्ता घायल हो गए।
कांग्रेस प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि लाठी चार्ज में आल इंडिया यूथ कांग्रेस के महासचिव वीरेंद्र राठौर सहित करीब दो दर्जन कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आईं। उन्होंने कहा कि बसपा सरकार ने बदले की भावना के तहत यह करवाई है। वहीं वीरेंद्र राठौर ने कहा कि हम शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने जा रहे थे, तभी पुलिस ने हम पर बर्बरतापूर्वक लाठियां भांजनीं शुरू कर दीं और 150 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
प्रशासन का तर्क
लखनऊ के पुलिस प्रमुख एनके श्रीवास्तव का कहना है कि पुलिस ने तितर-बितर करने के लिए लाठियां पटकर हल्का बल प्रयोग किया। मालूम हो कि गत शनिवार को बसपा प्रमुख एवं मुख्यमंत्री मायावती ने बसपा सांसदों और विधायकों को संबोधित करते हुए महात्मा गांधी को नाटकबाज करार दिया था। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस महासिचव राहुल गांधी के दलित प्रेम का मजाक उड़ाते हुए उन्हें ढोंगी बताया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।