'फ्यूचर प्लानिंग' में सबसे आगे भारतीय
पंद्रह देशों के लोगों पर एचएसबीसी द्वारा प्रायोजित व सीसेरो कंसल्टेंसी द्वारा किये गये एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है कि पूरे विश्व में महज 13 प्रतिशत कर्मी ही अपने सेवानिवृत्त होने के बाद की सोचते हैं। रिटायरमेंट के बाद की योजना के बारे में शुरू से सोचने और इंतजाम करने में सबसे आगे भारतीय हैं। इनमें भी 87 प्रतिशत भारतीय वित्तीय सलाह लेते हैं, जबकि 50 प्रतिशत लोग लंबे अंतराल वाली योजनाओं पर भरोसा करते हैं। खास बात यह है कि ज्यादातर भारतीय अपने परिवार के बड़े-बुजुर्गों से ही वित्तीय सलाह लेते हैं।
जापान सबसे पीछे
सर्वेक्षण में जापान सबसे पीछे रहा। जापान में 87 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जो रिटायरमेंट के बाद के बारे में नहीं सोचते। यही नहीं ये लोग वित्तीय सलाह भी नहीं लेते। मात्र 13 प्रतिशत लोग ही हैं जो यह कहते हैं कि वो वित्तीय योजनाओं के बारे में जानते हैं।
इंटरनेट के माध्यम से विभिन्न कंपनियों में कार्यरत लोगों पर किये गये इस सर्वेक्षण के मुताबिक पूरे विश्व में 20 प्रतिशत कर्मी अपने रिटायरमेंट प्लान में जल्दी कोई परिवर्तन नहीं करते हैं, जबकि 10 प्रतिशत लोग रिटायरमेंट के बाद की आय के बारे में देर से सोचते हैं।