मनमोहन की रूस यात्रा : दो शिखर सम्मेलन और चार द्विपक्षीय बैठकें
मनमोहन सिंह ने अपने दिन की शुरुआत कजाकस्तान के राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरवायव के साथ होटल हयात रीजेंसी में मंगलवार को द्विपक्षीय बातचीत से शुरू की। यह बातचीत इस मध्य एशियाई देश के साथ भारत के गहराते आर्थिक और ऊर्जा संबंधों पर केंद्रित थी। यह बैठक सोमवार की रात चीनी राष्ट्रपति हू जिंताओं के साथ सिंह की हुई 40 मिनट की बैठक के कुछ ही घंटों बाद हुई।
इसके बाद मनमोहन सिंह छह देशों के शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने उसी होटल के बाल रूम में चले गए। वहां उन्होंने आतंकवाद से मुकाबले के लिए व्यापक वैश्विक सहयोग का आह्वान किया।
एससीओ सम्मेलन के कुछ ही मिनट बाद वह पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के साथ 40 मिनट की बातचीत के लिए चले गए।
उसके बाद घंटों तक गहन बहुपक्षीय कूटनीतिक प्रक्रिया शुरू हुई। सिंह ने एट्रियम पैलेस में ब्रिक सम्मेलन के समापन के मौके पर अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों में उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए बड़ी भूमिका का आह्वान किया।
चेहरे पर पूरी तरह ताजगी और प्रसन्नता का भाव लिए सिंह ने रूस, ब्राजील और चीन के नेताओं के साथ सम्मेलन के समापन के मौके पर फोटो भी खिंचाया।
प्रधानमंत्री ने रूसी राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव को गर्मजोशी के साथ गले लगाया और दो सम्मेलनों के सफल आयोजन के लिए उन्हें बधाई दी। ब्रिक शिखर सम्मेलन के समापन के कुछ ही मिनट बाद सिंह मेदवेदेव के साथ एक द्विपक्षीय बातचीत के लिए चले गए।
मनमोहन सिंह अपनी इस तीन दिवसीय यात्रा के बाद बुधवार को भारत लौटेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।