मेरठ में 2 गुटों में हिंसक संघर्ष के बाद कर्फ्यू (लीड-1)
जिले के पुलिस अधीक्षक (शहर) राकेश जॉली ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि अब तक हिंसा में शामिल 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की पहचान कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
जॉली ने कहा कि स्थिति काबू में करने के लिए रात तीन बजे शहर के ब्रह्मपुरी, दिल्लीगेट, कोतवाली और लिसाड़ी थाना-क्षेत्रों में 48 घंटे के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया था जो फिलहाल जारी है। इसके अलावा आसपास के बुलंदशहर, बागपत और गाजियाबाद जिलों से अतिरिक्त पुलिस बलों को बुलाकर पूरे शहर में उनकी तैनाती की गई है।
उन्होंने कहा कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन तनावपूर्ण बनी हुई है। ऐहितयातन पुलिस बल के साथ-साथ त्वरित कार्य बल (आरएएफ), प्रांतीय सशस्त्र बल(पीएसी) की टुकड़ियां भी तैनात की गई है।
उधर जिलाधिकारी कामिनी चौहान ने बताया कि कर्फ्यू में किसी भी तरह की ढील नहीं दी जा रही है। सुबह कुछ स्थानों पर लोगों को थोड़ी देर के लिए केवल खाने पीने का सामान लाने के लिए कर्फ्यू में थोड़ी सी ढील दी गई थी।
पुलिस के मुताबिक दो गुटों में मंगलवार देर रात झ्झगड़ा उस समय हुआ जब धर्म प्रचार के लिए गए जिले के संधिवली गांव के लोगों को लेने सिटी स्टेशन पर आए ट्रेक्टर पार्किं ग को लेकर उसके चालक और एक व्यापारी में विवाद हो गया। विवाद ने हिंसा का रूप ले लिया जिसमें करीब 20 लोग घायल हो गए।
हिंसा पर उतारू लोगों ने शहर के अलग-अलग स्थानों पर तोड़फोड़ की और मौके पर पहुंची पुलिस पर भी पथराव किया। घटना में करीब 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने पुलिस के वाहनों और पुलिस अधीक्षक कार्यालय को निशाना बनाते हुए वहां आगजनी की। उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए पुलिस को कई राउंड हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी।
इंडो-एशयिन न्यूज सर्वसि।