ताज व ओबेराय होटलों को आतंकी हमले के प्रति चेताया गया था : महाराष्ट्र सरकार
यह बात हमले के पीछे की खामियों की जांच के लिए गठित राम प्रधान कमेटी की रिपोर्ट पर तैयार की गई एक कार्रवाई रिपोर्ट में कही गई है।
राज्य सरकार ने कहा है कि ताज महल पैलेस और टॉवर होटल, होटल ट्राइडेंट-ओबेराय और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को इस तरह के हमले की पहली चेतावनी 9 अगस्त 2008 को दी गई थी।
खुफिया विभाग की चेतावनियों को बहुत गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने इन स्थलों का दौरा भी किया था और उन स्थलों के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा भी की थी।
मैरीन लाइन्स पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारियों ने इलाके में स्थित अन्य होटलों, माल्स और महत्वपूर्ण व्यापारिक प्रतिष्ठानों को भी इस तरह की चेतावनी दी थी।
सरकार ने कहा है कि 9 सितंबर 2008 को एक केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने यहां सुरक्षा एजेंसियों को खासतौर से सूचना दी थी कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा होटल ताज को निशाना बनाने वाला है।
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने इस सूचना के बारे में होटल को अवगत करा दिया था और पुलिस के एक दल ने पांच दिनों बाद होटल का दौरा भी किया था। पुलिस होटल के प्रबंधक करमवीर कांत से मुलाकात की थी और अगले दिन उनसे दोबारा मुलाकात की थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके बाद भी होटल ने पुलिस और खुफिया विभाग की चेतावनियों को दरकिनार कर दिया।
18 पृष्ठों वाली यह कार्रवाई रिपोर्ट विधानसभा में मंगलवार को प्रस्तुत की गई।
इस जांच समिति का नेतृत्व पूर्व गृह सचिव राम प्रधान ने की है और इस समिति में कैबिनेट सचिवालय में उप सचिव रहे वी.बालाचंद्रन भी शामिल थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।