इस्लामी आतंकियों के खिलाफ पाक की मदद चाहता है यूरोपीय संघ
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार ईयू के एक राजनयिक ने मंगलवार को कहा, "हम पाकिस्तान को यह बताना चाहते हैं कि हमने उसे भुलाया नहीं है। सच्चाई यह है कि वह अफगानिस्तान के लिए अगला दरवाजा है।"
ज्ञात हो कि पाकिस्तान फिलहाल देश के अंदर ही उत्तर पश्चिम इलाके में तालिबान के खिलाफ एक बुरे युद्ध में उलझा हुआ है। पाकिस्तानी सीमा के ठीक बाद अफगानिस्तान में यूरोपीय सैनिक भी नाटो के बैनर तले तालिबान आतंकियों के साथ युद्ध कर रहे हैं।
शिखर सम्मेलन के मसौदे के अनुसार सुरक्षा इस सम्मेलन का प्रमुख मुद्दा होगा।
मसौदे में कहा गया है, "हिंसक चरमवाद पाकिस्तान की अखंडता और सुरक्षा के लिए खतरा प्रस्तुत करता है। लिहाजा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अंतर्राष्ट्रीय मदद काफी महत्वपूर्ण है।"
खासतौर से ईयू पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम हिस्से से पलायन करने वाले हजारों नागरिकों और पाकिस्तानी पुलिस को और अधिक सहायता प्रदान करना चाहता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।