बुजुर्गो ने जान पर खेल कर बचाई 10 लाख रुपये की लूट
ये बहादुर बुजुर्ग हैं पेट्रोल पंप के प्रबंधक बलदेव सिंह (73) और कैश प्रबंधक एस.के.बजाज (67)। लुटेरों के साथ जंग के दौरान इन दोनों को कई गोलियां और चाकू के हमले झेलने पड़े।
साउथ एक्सटेंशन इलाके में स्थित भारत पेट्रोलियम के एक पेट्रोल पंप के ये दोनों कर्मचारी मुश्किल से 50 मीटर की दूरी पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक में पेट्रोल पंप पर इकट्ठा हुए 10 लाख रुपये को जमा करने के लिए जा रहे थे। उसी दौरान उन पर सुबह 11.30 बजे लुटेरों ने हमला बोल दिया।
दक्षिण दिल्ली में एक निजी अस्पताल में भर्ती बलदेव सिंह ने संवाददाताओं को बताया, "मैं रुपयों से भरा ब्रीफकेस लिए हुए था और बजाज मेरे ठीक पीछे था। जैसे ही हम बैंक के सामने पहुंचे, तीन हमलावरों ने मुझ पर चाकू से हमला बोल दिया और कहा कि बैग मैं उन्हें दे दूं। उन्होंने मुझे पीटना शुरू कर दिया। मैंने ब्रीफकेस बजाज की ओर फेंक दिया।"
बजाज ने कहा कि उन्होंने ब्रीफकेस को बैंक से बाहर आ रहे एक ग्राहक राजेंद्र सिंह की ओर फेंक दिया। सिंह ने ब्रीफकेस को बैंक में तैनात सुरक्षा कर्मी को सौंप दिया।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हमलावरों ने पैसे को अपनी पहुंच के बाहर चले जाने के बाद बलदेव सिंह पर हताशा में दो चक्र गोलियां चलाईं और घटनास्थल से फरार हो गए।
घायल बुजुर्गो को तत्काल एम्स के ट्रामा हास्पीटल ले जाया गया। बाद में उन्हें मालवीय नगर स्थित हीलिंग टच अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
अधिकारियों ने कहा कि इलाज के बाद बजाज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। लेकिन बलदेव सिंह का अभी भी इलाज चल रहा है। सिंह के पीठ में गोलियां लगी हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।