ममता ने राज्यपाल से की सत्तारूढ़ वाम मोर्चे की शिकायत
इस सिलसिले में ममता ने सोमवार को राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी से मुलाकात की और सभी प्रकार के अवैध हथियारों को जब्त करने व निजी हथियार कारखानों को बंद करने की मांग की।
ममता ने इस दौरान राज्यपाल को एक सूची भी सौंपी जिसमें उन तृणमूल कार्यकर्ताओं का ब्योरा था जिनकी कथित तौर पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं द्वारा हत्या कर दी गई थी।
ममता ने दावा किया कि हजारों की संख्या में उनकी पार्टी के कार्यकर्ता या तो घरविहीन हो गए हैं या फिर अस्पतालों में घायल पड़े हैं।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा, "हमने राज्यपाल से कहा कि चुनावी नतीजों के बाद हमने हिंसा फैलने के डर से कोई विजय रैली नहीं निकाली। हमने यदि ऐसी रैली निकाली होती तो पूरे पश्चिम बंगाल की जनता इसमें शरीक होती।"
उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आने के कुछ दिनों तक स्थिति सामान्य रही लेकिन इसके बाद माकपा नेताओं ने उकसाने वाले बयान देने आरंभ कर दिए। जिसके चलते राज्य में फिर से तनाव पैदा हुआ। माकपा ने बर्दवान, पूर्वी मिदनापुर, बांकुड़ा, हुगली और उत्तरी 24 परगना जिले में राज्य प्रायोजित आंतकवाद फैला रखा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।