अब सुखोई-30 एमकेआई का ठिकाना बना पूर्वोत्तर
तेजपुर (असम), 15 जून (आईएएनएस)। चार प्रमुख बहुद्देश्यीय लड़ाकू विमानों सुखोई-30 एमकेआई को सोमवार को देश के संवेदनशील पूर्वोत्तर हिस्से के एक वायुसैनिक ठिकाने में शामिल किया गया। चीन की सीमा समीप इन विमानों की मौजूदगी का फैसला सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि चार विमानों को तेजपुर स्थित भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के ठिकाने पर तैनात किया गया है। यह जल्द 18 विमानों वाले सुखोई-30 एमकेआई स्क्वोडरन का हिस्सा होगा।
वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया, "मौसम खराब होने की वजह से सुखोई विमानों ने फ्लाई पास्ट नहीं किया। हालांकि तेजपुर में विमानों और अधिकारियों के स्वागत के लिए एक छोटा सांकेतिक समारोह रखा गया था।"
पूर्वी वायु कमान के कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल एस. के. भान भी समारोह में मौजूद थे। मीडिया को इस समारोह से दूर रखा गया था।
सुखोई-30 एमकेआई परमाणु हथियार ले जाने मे सक्षम है और इसका निर्माण रूसी कंपनी सुखोई कार्पोरेशन और भारतीय इकाई हिंदुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने मिलकर किया है।
गौरतलब है कि तेजपुर सुखोई-30 एमकेआई का तीसरा वायु ठिकाना होगा। इससे पहले पुणे और बरेली में ही इसके ठिकाने थे।
वायु सेना ने सुखोई-30 एमकेआई के पांच स्क्वोडरनंस को बढ़ाकर अगले पांच वर्षो में 200 से अधिक करने की योजना बनाई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।