बीआरआईसी में आर्थिक विकास के नेतृत्व की क्षमता

By Staff
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नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। रूस के येकतरिनबर्ग शहर में बीआरआईसी (ब्राजील, रूस, भारत, चीन) देशों की शिखर बैठक तथा छह देशों वाले शंघाई कार्पोरेशन आर्गेनाइजेशन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि वैश्विक आर्थिक मंदी से उबरने में बीआरआईसी देशों की अर्थव्यवस्था अहम भूमिका निभा सकती हैं।

उन्होंने कहा, "बीआरआईसी देश दुनिया की कुल आबादी का 40 प्रतिशत हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं और विश्व के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 40 प्रतिशत उनकी भागीदारी है। इसलिए बीआरआईसी के देशों में वैश्विक आर्थिक विकास का नेतृत्व करने की क्षमता है।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "वास्तव में वैश्विक आर्थिक मंदी से उबरने में बीआरआईसी देश अहम भूमिका निभा सकते हैं। बीआरआईसी के देशों में भारत तेजी से उभरती शक्ति है। मौजूदा आर्थिक मंदी के दौर से उबरने के लिए चल रहे अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों में हम अपनी भूमिका निभाने को तैयार हैं।"

प्रधानमंत्री के पद पर दोबारा आसीन होने के बाद मनमोहन सिंह की यह पहली विदेश यात्रा है। इस दौरान वह पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से भी मुलाकात करेंगे।

एससीओ की बैठक के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, "इस बैठक में भारत पहली बार शिरकत करेगा। वर्ष 2005 से हम एससीओ के पर्यवेक्षक की भूमिका में रहे।"

उन्होंने कहा कि इस बैठक में हमारा हिस्सा लेना यह दर्शाता है कि रूस के प्रति हमारी कितनी श्रद्धा है। आतंकवाद और उग्रवाद जैसी समस्याओं से हम दोनों देश ग्रसित है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ऊर्जा, सुरक्षा, विकास, कृषि, परिवहन, विज्ञान व प्रौद्योगिकी और शिक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों को कदम से कदम मिलाकर काम करने की जरूरत है।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

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