स्वाइन फ्लू : तीन नए मरीजों के साथ देश में 20 मामले (राउंडअप)
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यहां जारी एक बयान में कहा गया है, "यह किशोर कतर एयरलाइन्स की क्यूआर 231 उड़ान से ओरलैंडो से न्यूयार्क होते हुए दिल्ली पहुंचा था। उसे दिल्ली हवाई अड्डे पर 13 जून को निगरानी में ले लिया गया। यह लड़का जालंधर के एक स्कूल के 31 छात्रों के समूह का हिस्सा था। पंजाब सरकार ने इन बच्चों की निगरानी के लिए निवेदन किया है।"
दूसरी ओर बेंगलुरू स्थित राजीव गांधी चेस्ट रोग संस्थान के निदेशक एस. बुग्गी ने रविवार को आईएएनएस को बताया, "एक 29 वर्षीय महिला अपनी तीन वर्षीय बेटी के साथ शुक्रवार को एयर फ्रांस के विमान एफ 192 से न्यू जर्सी से पेरिस होते हुए 12 जून को बेंगलुरू पहुंची थी। दोनों में बीमारी की पुष्टि हुई है।"
उन्होंने कहा, "हमने जांच के नतीजों के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सूचित कर दिया है। महिला और बच्ची का उपचार चल रहा है।"
राष्ट्रीय संक्रामक रोग संस्थान (एनआईसीडी) के अनुसार फ्लू के एक अन्य तीसरे मामले के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय को सूचित किया जाना अभी बाकी है। एनआईसीडी में विषाणु रोग विज्ञान विभाग के प्रमुख शशि खरे ने कहा, "अभी हमें एक अन्य जांच के बारे में मंत्रालय को सूचित करना है। उसके नमूनों की जांच की पुष्टि की जानी अभी बाकी है।"
उधर देश में फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन और एनआईसीडी के विशेषज्ञों के साथ एक बैठक की।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, "घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। सभी आवश्यक औषधीय जरूरतें हमारे पास उपलब्ध हैं। हम हर उपाय अपना रहे हैं।" अधिकारी ने कहा कि यह बैठक स्थिति की समीक्षा के लिए बुलाई गई थी।
दूसरी ओर दिल्ली में स्वाइन फ्लू पीड़ित एक रिश्तेदार से मुलाकात करने आए चंडीगढ़ के एक परिवार के चार सदस्यों को एहतियात के तौर पर विशेष निगरानी में रखा गया है। हालांकि उनमें इस बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि एक दंपति अपने बेटे के साथ विगत नौ जून को दिल्ली पहुंचा था। उनकी बेटी भी आस्ट्रेलिया से दिल्ली पहुंची थी। उसी दिन इन चारों ने हवाई अड्डे पर अमेरिका से आए अपने एक रिश्तेदार से मुलाकात की थी, जो स्वाइन फ्लू से ग्रस्त था।
केंद्र शासित राज्य के अधिकारी एस. सी. गेरा ने बताया, "हमने इस परिवार को अलग रखा है। चिकित्सक दिन में दो बार इनकी जांच कर रहे हैं। हालांकि इनमें फ्लू के लक्षण नहीं दिखे हैं।"
एक अन्य अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "अब तक हमें चार संदिग्ध मामलों के बारे में पता चला है। हमने उनके नमूनों को जांच के लिए दिल्ली भेजा था लेकिन उनकी रिपोर्ट नकारात्मक रही है।"
पंजाब के जालंधर शहर में स्थित एक निजी स्कूल के आठ छात्रों को भी फ्लू की आशंका में निगरानी में रखा गया है। इन छात्रों के साथ के एक छात्र में रविवार को ए (एच1एन1) वायरस की पुष्टि हुई है।
यदि इन छात्रों में वायरस की पुष्टि हो गई तो देश में फ्लू के पुष्ट मामलों की संख्या 28 हो जाएगी।
पंजाब के ये आठों संदिग्ध गुरु अमर दास पब्लिक स्कूल के 31 छात्रों और तीन शिक्षकों के उस दल के हिस्सा हैं, जो एक शैक्षणिक टूर पर नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) को देखने व समझने के लिए न्यूयार्क व फ्लोरिडा की यात्रा पर गए थे।
स्कूल के अधिकारियों ने कहा कि उनमें से एक छात्र में फ्लू के वायरस की पुष्टि हो चुकी है। इसके बाद सभी छात्रों का यहां स्वास्थ्य अधिकारियों ने परीक्षण किया। उनमें से आठ में फ्लू के लक्षण दिखाई दिए हैं।
आठों छात्रों के रक्त नमूनों को जांच के लिए दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संक्रामक रोग संस्थान भेजा गया है।
गौरतलब है कि महामारी घोषित हो चुके स्वाइन फ्लू अब तक 74 देशों में 29, 669 लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है। इस बीमारी से अब तक 145 लोगों की मौत हो चुकी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।