शिवराज ने चौपाल लगाकर गांव में गुजारी रात
लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद शिवराज सिंह के काम का अंदाज बदल गया है। वह जिस दिन भोपाल में होते हैं उस दिन वल्लभ भवन सुबह 10 बजे पहुंच जाते हैं। इतना ही नहीं वह यह जानने की कोशिश करते हैं कि इस वक्त कौन-कौन से मंत्री और अधिकारी मंत्रालय पहुंचे हैं। उनकी इस बदली कार्यप्रणाली को प्रशासनिक व्यवस्था में बदलाव लाने की कोशिश माना जा रहा है। इसी कड़ी में अब उन्होंने गांवों का रुख भी कर लिया है।
शिवराज ने शनिवार को होशंगाबाद जिले के केसला विकास खंड के सहेली गांव में ग्रामीणों के बीच चौपाल लगाई। इस मौके पर जिम्मेदार अधिकारी भी मौजूद थे। ग्रामीणों ने उनके सामने बिजली से लेकर रोजगार तक की समस्याएं गिना डाली।
मुख्यमंत्री ने बिजली की समस्या के लिए जहां केन्द्र को जिम्मेदार ठहराकर अपना पीछा छुड़ाया वहीं ग्रामीणों की अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए अफसरों पर ठीकरा फोड़ा। मुख्यमंत्री ने लगभग तीन घंटे तक गांव वालों से सीधे संवाद किया और उनकी समस्याओं को जानकर मौके पर ही निपटारे की भी कोशिश की।
तीन घंटे तक गांव वालों के साथ चले संवाद के बाद मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि वह अब हर सप्ताह का एक रात गांव में गुजारेंगे। उनकी कोशिश होगी कि वह ग्रामीणों की समस्याओं और सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी सीधे गांव वालों से ही हासिल करें। चौहान ने रात भी सहेली गांव के पंचायत भवन में गुजारी। रविवार की सुबह वह गांव घूमने निकल पड़े और साथ ही साथ विकास योजनाओं का जायजा भी लिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।