मुंबई पुलिस आयुक्त हटाए गए (लीड-1)
मुंबई, 13 जून (आईएएनएस)। मुंबई हमले के बाद पद से हटाए जाने वाले अधिकारियों में मुंबई पुलिस आयुक्त हसन गफूर का मामला सबसे ताजा है। हालांकि गफूर ने इस घटना को अपनी पदोन्नति बताई है, लेकिन विपक्ष ने गफूर को हत्यारोपी बनाए जाने की मांग की है।
गृह मंत्री जयंत पाटिल ने विधानसभा में घोषणा की कि गफूर को एक पुलिस महानिदेशक के रूप में स्थानांतरित कर दिया गया है और वह महाराष्ट्र पुलिस आवास निगम लिमिटेड के अगले महानिदेशक होंगे।
इस घोषणा के थोड़ी ही देर बाद मीडिया को संबोधित करते हुए गफूर ने भी कहा कि वह 'बेहद प्रसन्न' हैं कि उनकी पदोन्नति की गई है। उन्होंने कहा, "मेरी पदोन्नति लंबित थी।"
जब गफूर से यह पूछा गया कि कहीं यह कदम प्रधान कमेटी की रिपोर्ट के मद्देनजर तो नहीं उठाया गया है, तो इस पर उन्होंने कहा कि चूंकि उन्होंने उस रिपोर्ट को देखा नहीं है, लिहाजा वह उस बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।
ज्ञात हो कि महाराष्ट्र सरकार ने पिछले वर्ष 26 मुंबई को हुए मुंबई हमले की जांच के लिए पूर्व गृह सचिव राम प्रधान के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया था।
मुंबई हमलों की जांच के मद्देनजर इस कदम को अहम माना जा रहा है। जांच रिपोर्ट और कार्रवाई रिपोर्ट विधानसभा में जल्द ही पेश होने वाली है।
दूसरी ओर लोकतांत्रिक मोर्चे की सरकार पर बरसते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता शिव सेना के रामदास कदम ने इस बात को खारिज किया कि गफूर की पदोन्नति की गई है। उन्होंने मीडिया से कहा कि सरकार ने मुंबई हमले के मुद्दे पर विपक्ष के हमले से बचने के लिए इस कदम को एक ढाल के रूप में उठाया है।
कदम ने मांग की कि पुलिस आयुक्त को हत्या का आरोपी बनाया जाए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।