मनमोहन और जरदारी की होगी रूस में मुलाकात
विदेश सचिव शिवशंकर मेनन ने पत्रकारों से चर्चा में कहा, "दोनों नेता एक समय में एक ही स्थान पर होंगे। दोनों मिलेंगे लेकिन यह तय नहीं है कि मुलाकात का स्वरूप क्या रहेगा।"
यह पूछे जाने पर कि क्या इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच ठप पड़ी शांति प्रक्रिया को फिर से बहाल करने की कोशिश होगी तो इसके जवाब में मेनन ने कहा, "प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों लोकसभा में इस बारे में जो कहा था उससे अधिकृत बयान और क्या हो सकता है।"
प्रधानमंत्री ने गत नौ मई को संसद में पाकिस्तान से बातचीत की ठप पड़ी प्रक्रिया को फिर से पटरी पर लाने के संकेत दिए थे लेकिन उन्होंने कहा था कि यह तभी संभव है जब तक कि पाकिस्तान अपनी भूमि से चलने वाले आतंकवादी शिविरों को नष्ट नहीं करता और मुंबई हमले के दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं करता।
मनमोहन सिंह और जरदारी औद्योगिक शहर येकतरिनबर्ग में 15-16 जून को रहेंगे। वे वहां बीआरआईसी (ब्राजील, रूस, भारत, चीन) शिखर बैठक तथा छह देशों वाले शंघाई कार्पोरेशन आर्गेनाइजेशन की बैठक में हिस्सा लेंगे।
रूसी शहर के दोहरी शिखर वार्ताओं का आयोजन स्थल होने के नाते सभी की निगाहें भारत और पाकिस्तान पर टिकी रहेंगी। प्रधानमंत्री अपने तीन दिवसीय दौरे के मद्देनजर सोमवार को येकतरिनबर्ग के लिए रवाना होंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।