औद्योगिक उत्पादन में अप्रैल में सुधार के संकेत
वाणिज्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी)के आंकड़ों में दर्शाया गया है कि यह वृद्धि लगातार दो महीनों की गिरावट के बाद देखने को मिली है और ऐसा बिजली उत्पादन में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुआ है।
सामान्य सूचकांक में करीब 80 प्रतिशत रहे विनिर्माण उत्पादन अच्छी वृद्धि नहीं रही। अप्रैल में इसमें महज 0.7 प्रतिशत का विस्तार हुआ, जो पिछले साल की आलोच्य अवधि में 6.7 प्रतिशत था।
खनन सूचकांक और अन्य उप-सूचकांकों में 3.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई जो पिछले साल अप्रैल में 6.1 प्रतिशत थी।
सुधार का एक अन्य संकेत यह है कि 17 औद्योगिक समूहों में से 11 में अप्रैल में वृद्धि के संकेत देखे गए। लकड़ी और उससे जुड़े उत्पादों में सर्वाधिक 31.1 प्रतिशत, ऊन, रेशम और हथकरघा वस्त्रों में 12.6 प्रतिशत और गैर धातु उत्पादों में 10.2 प्रतिशत वृद्धि देखी गई।
अस्थायी उपभोक्ता वस्तुओं में 16.9 प्रतिशत वृद्धि हुई जबकि उपभोक्ता स्थायी वस्तुओं में 10.4 प्रतिशत की गिरावट आई।
मूडीस इकॉनोमी डॉट कॉम से संबद्ध अर्थशास्त्री निखिलेश भट्टाचार्य के अनुसार, "आने वाले महीनों में औद्योगिक उत्पादन में सुधार के बेहतर संकेत दिखाई देते रहने की संभावना है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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