महंगाई दर 30 साल के निचले स्तर पर
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक सभी कमोडिटीज के सूचकांक में 0.1 फीसदी की बढ़त आई। ऐसा प्राथमिक वस्तुओं और विभिन्न विनिर्मित उत्पादों के सूचकांक में वृद्धि की वजह से हुआ।
आलोच्य सप्ताह के दौरान अंडे के दारों में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि मटन 3 प्रतिशत महंगा हुआ। इस दौरान फल-सब्जियों और मसालों के दामों में दो-दो प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। वहीं इस दौरान घी चार प्रतिशत महंगा हो गया, जबकि खांडसारी के दामों में दो फीसद की बढ़ोतरी हुई।
इस दौरान खाद्य उत्पादों, कागज और गैर धातु खनिजों के सूचकांक में वृद्धि हुई। जबकि वस्त्र, रबर, प्लास्टिक उत्पाद, धातु और मशीनरी उपकरणों के सूचकांक में गिरावट आई। गत चार अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह के अंतिम आंकड़ों के मुताबिक वार्षिक मुद्रास्फीति की वास्तविक दर 0.83 फीसदी रही जबकि पहले इसके 0.18 फीसदी होने की बात कही गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।