पाकिस्तानी छात्र अल कायदा को समर्थन देने का दोषी करार

By Staff
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वाशिंगटन, 11 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान में पैदा हुए अटलांटा के जार्जिया टेक संस्थान के एक छात्र को अल कायदा और लश्कर-ए-तैयबा को समर्थन देने के षड्यंत्र के लिए दोषी ठहराया गया है।

सैयद हैरिस अहमद ने अल कायदा और लश्कर के संचालकों को वाशिंगटन के महत्वपूर्ण स्थानों के वीडियो उपलब्ध कराए थे। उसे 15 वर्ष के कारावास और 250,000 डॉलर जुर्माने की सजा सुनाई गई है। संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई)ने बुधवार को कहा कि जार्जिया की एक अदालत ने अहमद को आतंकवादियों को साजो सामान के साथ सहायता देने के षड्यंत्र का दोषी करार दिया।

एफबीआई ने आरोप लगाया था कि अहमद और उसके प्रमुख सह अभियुक्त ने अप्रैल 2005 में वाशिंगटन की यात्रा करके संभावित हमलों के स्थानों की वीडियो तस्वीरें लीं और उन्हें आतंकवादियों को भेजा।

अहमद के सह अभियुक्त पर आरोप है कि उसने इराक में अल कायदा के प्रचारक और भर्ती करने वाले एजेंट यूनिस सोउली और लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तान स्थित एजेंट आबिद हुसैन खान को कई वीडियो भेजे थे।

सोउली और खान को ब्रिटेन में आतंकवादी हमलों के लिए दोषी ठहराया गया है।

सरकार ने मुकदमे के दौरान इस बात के भी प्रमाण उपलब्ध कराए कि अहमद ने जुलाई 2005 में अटलांटा से पाकिस्तान की यात्रा की और एक आतंकवादी शिविर में भर्ती होने और हिंसक जेहाद में शामिल होने की असफल कोशिश की। अहमद को अटलांटा में 23 मार्च 2006 को गिरफ्तार किया गया था।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

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