'भारत महत्वपूर्ण देश' : ओबामा (लीड-1)
वाशिंगटन, 11 जून (आईएएनएस)। भारत के साथ नजदीकी से कार्य करने के महत्व को रेखांकित करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक शीर्ष दूत के हाथ भेजे गए पत्र में कहा है कि क्षेत्र में भारत बेहद महत्वपूर्ण देश है।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत रिचर्ड हॉलब्रुक ने बुधवार को इसका खुलासा करते हुए कहा कि यह पत्र विदेश उपमंत्री विलियम बर्न्स भारत ले गए हैं। उन्होंने पत्र का विवरण नहीं बताया। मनमोहन सिंह सरकार के सत्ता में लौटने के बाद यह किसी अमेरिकी वरिष्ठ अधिकारी की पहली भारत यात्रा है।
कुछ पर्यवेक्षकों का कहना रहा है कि ओबामा की संपूर्ण नीति पाकिस्तान और अफगानिस्तान पर केंद्रित हो गई है। इसका स्पष्टीकरण देते हुए उन्होंने कहा कि भारत समस्या का हिस्सा नहीं है लेकिन वह उससे काफी अधिक प्रभावित है और अमेरिका उसके साथ नजदीकी रूप से काम करना चाहता है।
हॉलब्रुक ने कहा, "यह निजी पत्र है लेकिन अहम बात यह है कि चुनावों के तत्काल बाद अमेरिकी विदेश विभाग के तीसरे प्रमुख व्यक्ति को वहां भेजा गया है।"
उन्होंने कहा कि बर्न्स सकारात्मक भावनाओं के साथ नई सरकार के साथ बातचीत की शुरुआत कर रहे हैं। हॉलब्रुक ने कहा, "भारत की राजनीति में शामिल हुए बगैर मैं कह सकता हूं कि हम सभी- विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, बर्न्स, राष्ट्रपति ओबामा-सभी भारत की नवनिर्वाचित सरकार के साथ मिलकर काम करने के इच्छुक हैं।"
हॉलब्रुक ने कहा, "वह उस संदेश को साथ ले गए हैं जो यदि मेरे पास भारत यात्रा का समय होता तो अपने साथ मैं लेकर जाता।" हॉलब्रुक पिछले ही हफ्ते पाकिस्तान के दौरे से लौटे हैं। वह तालिबान के खिलाफ पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई की वजह से विस्थापित हुए लाखों लोगों के पुनर्वास कार्यो की समीक्षा के लिए गए थे।
उन्होंने कहा, "हम भारत को क्षेत्र का बेहद अहम देश मानते हैं। वह समस्या का अंग नहीं है बल्कि स्वयं काफी प्रभावित हैं और हम उनके साथ मिलकर बात करना चाहते हैं।"
हॉलब्रुक क्षेत्र के दो शुरुआती दौरों में पाकिस्तान की यात्रा पर आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह वह अमेरिका में भारत की राजदूत मीरा शंकर से भेंट करेंगे। उनसे वह पहले ही दो बार मुलाकात कर चुके हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।