अच्युतानंदन के इस्तीफे की मांग उठी
गुरुवार सुबह पूरा शहर अच्युतांनदन के पोस्टरों से पटा पड़ा था। इन पोस्टरों में अच्युतानंदन के इस्तीफे की मांग की गई है।
इससे पहले बुधवार को अच्युतानंदन से जब पत्रकारों ने विजयन मामले में राज्यपाल के फैसले पर राय पूछी तो उन्होंने कहा था, "आपको नहीं पता है कि पूर्व में भी कई मौकों पर राज्यपाल ने इस प्रकार के फैसले सुनाए हैं। राज्यपाल का फैसला आश्चर्यजनक नहीं है।"
इस बीच स्थानीय मीडिया में इस प्रकार की खबरें छपी हैं कि अच्युतानंदन की मंत्रिपरिषद में विजयन समर्थित मंत्रियों ने बुधवार रात विजयन के आवास पर एक बैठक की और मुख्यमंत्री द्वारा राज्यपाल के फैसले का समर्थन किए जाने के खिलाफ मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई।
चर्चा यह भी है कि वित्त मंत्री थामस आइजक ने दिल्ली में माकपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रकाश करात से भेंट कर विजयन और अच्युतानंदन के बीच मतभेद से पार्टी कार्यकर्ताओं में फैले असंतोष से उन्हें अवगत कराया।
राज्य के गृह मंत्री कोडियारी बालकृष्णन ने हालांकि इन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है। बुधवार देर रात उन्होंने एक बयान जारी कर कहा, "हमारे मंत्रियों ने इस्तीफे की कोई पेशकश नहीं की है। मीडिया में छपी खबरें पूरी तरह बेबुनियाद है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।