'लड़कियां न जींस पहनें, न मोबाइल रखें'
डिग्री कॉलेजों ने छात्राओं को निर्देश दिये हैं कि पाश्चिमी सभ्यता के वस्त्र पहनकर कॉलेज में नहीं आयें। नये सत्र के शुरू होने से पहले ही कॉलेज के नोटिस बोर्ड पर सूचना चस्पा कर दी गई है। इसके अलावा शिक्षिकाओं के लिए निर्देश हैं, कि वो कॉलेज में स्लीवलेस ब्लाउज या कुर्ता पहनकर नहीं आयें। शिक्षिकाएं यदि मोबाइल फोन लाती भी हैं, तो कॉलेज में उसे स्विच ऑफ रखें।
प्राचार्या का तर्क
दयानंद कॉलेज की प्राचार्या मीता जमाल का कहना है कि यह कदम लड़कियों के साथ होने वाली छेड़खानी को रोकने के लिए उठाया है। स्किन टाइट टॉप और टाइट फिटिंग जींस में चलने वाली लड़कियों से छेड़खानी की आशंका अधिक रहती है। उन्होंने कहा कि ड्रेस कोड होने से छेड़खानी के मामले कम हो सकते हैं।
उनका कहना है कि लड़कियों को अनुशासन में रखने के लिए मोबाइल फोन लाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि प्राचार्या यह नहीं बता सकीं, कि ये निर्देश कहां से जारी हुए हैं। कानपुर के अन्य कॉलेज जैसे जुहारी देवी डिग्री कॉलेज, एसएनसेन कॉलेज और आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज में भी ऐसे ही सख्त नियम लागू किये जा रहे हैं।