कंप्यूटर संबंधी बढ़ती चोटों से बच्चों को खतरा बढ़ा
सेंटर फॉर इंजरी रिसर्च एंड पॉलिसी एंड नेशनवाइड चिल्ड्रन हॉस्पिटल के शोध संस्थान और ओहियो स्टेट युनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं के मुताबिक कंप्यूटर से जुड़ी चोटों की संख्या में सात गुना का इजाफा हुआ है। इसमें कंप्यूटर मॉनिटर के गिरने से सिर में लगी चोट और कंप्यूटर उपकरणों से लगने वाली अन्य चोटें शामिल हैं।
शोधकर्तााओं ने नेशनल इलेक्ट्रॉनिक इंजरी सर्विलांस सिस्टम डाटाबेस में से कंप्यूटर से लगने वाली 78,000 से अधिक उन चोटों का अध्ययन किया जिनका इलाज अमेरिकी आपातकालीन विभाग में 1994 से 2006 के बीच किया गया था।
शोध में पाया गया कि इनमें से 93 फीसदी चोटें घर पर लगी थीं जिनमें कंप्यूटर उपकरणों से टकरा जाने, उनके ऊपर गिर जाने अथवा उपकरण के ही उपयोगकर्ता पर गिर जाने और मांसपेशियों तथा जोड़ों में तनाव के मामले शामिल थे। चोट के सबसे अधिक मामले कंप्यूटर मॉनिटर से जुड़े हुए थे।
इन चोटों से प्रभावित लोगों में भी पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की संख्या सबसे अधिक थी। इन बच्चों को सर्वाधिक चोटें गिरने के कारण लगी थीं जबकि 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सिर पर ज्यादा चोटें आई थीं।
सेंटर फॉर इंजरी रिसर्च एंड पॉलिसी एंड नेशनवाइड चिल्ड्रन हॉस्पिटल के शोध संस्थान की लारा मेकेंजी ने कहा, "कंप्यूटर संबंधी चोटों पर और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है क्योंकि ये हमारे दैनिक जीवन में दिन पर दिन और आवश्यक होते जा रहे हैं। शोध के परिणामों के बाद ऐसी चोटें रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की आवश्यकता है खास तौर पर हमारे बच्चों को इनसे बचाने के लिए।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।