दिल्ली एयरपोर्ट का नया टर्मिनल असुरक्षित
सूचना के अधिकार के तहत हासिल की गई जानकारी से पता चला कि अग्निशमन सेवा के प्रमुख आर.सी.शर्मा ने टर्मिनल 'वन डी' में कई कमियां पाई और इसे अनापत्ति प्रमाण पत्र देने से इंकार कर दिया। शर्मा ने अपनी रिपोर्ट में टर्मिनल में छह कमियां बताईं हैं जिसमें उन्होंने बताया कि वीआईपी लाउंज में वेंटिलेशन व्यवस्था, और सामान क्षेत्र तथा कार्यालय का निर्माण अभी बाकी है।
शर्मा के अनुसार कुछ स्थानों पर आग बुझाने वाले स्प्रिंकलर नकली छत के पीछे छुपे हैं और उनको नीचे लाना चाहिए। कुछ रेस्तरांओं का निर्माण अभी चल रहा है और उनमें लकड़ी का उपयोग हो रहा है। लकड़ी के काम को अग्निरोधी रसायन से पेंट किए जाने की आवश्यकता है। इन स्थानों पर भी आग की चेतावनी के यंत्र और स्प्रिंकलरों का विस्तार किया जाना चाहिए।
शर्मा ने कहा कि सभी सुरक्षा उपाय पूरे किए बिना टर्मिनल वन डी को सुरक्षित नहीं माना जा सकता है। उल्लेखनीय है कि 33,000 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्र में फैला नया टर्मिनल दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीआईएएल) और निर्माण कंपनी जीएमआर का संयुक्त उद्यम है। इस टर्मिनल को 19 अप्रैल को शुरू किया गया और रोजाना करीब 200 उड़ानें यहां से संचालित होती हैं।
इस संबंध में पूछे जाने पर डीआईएएल के प्रवक्ता अरुण अरोड़ा ने कहा कि टर्मिनल पूरी तरह सुरक्षित है और सभी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।