भारत केंद्रित रक्षा खर्चो में तब्दीली नहीं करना चाहता पाकिस्तान
समाचार पत्र डान के मुताबिक सेना के मुख्य प्रवक्ता मेजर जनरल अतहर अब्बास ने कहा है, "यदि आप हमें यह सलाह देते हैं कि हम यहां से कुछ चीजें लें और उसे एक दूसरे डिब्बे में बंद कर दे तो यह बुद्धिमानी भरी रणनीति नहीं होगी। आतंक के खिलाफ युद्ध के लिए संसाधनों की जरूरत है, लेकिन इसके लिए कोई और कीमत नहीं चुकाई जानी चाहिए।"
अब्बास ने कहा, "भारत के लड़ाकू विमानों का उदाहरण लीजिए, एडब्ल्यूएसीएस (वायुजनित चेतावनी व नियंत्रण प्रणाली) का उदाहरण लीजिए, हवा से हवा में ईंधन भरने वाली प्रणाली का उदाहरण लीजिए। उसके बाद भारत के टैंक डिविजन और मशीनीकृत सैनिकों और उनकी आधुनिक आक्रामक रणनीति पर गौर कीजिए। ये सभी तैयारियां पाकिस्तान केंद्रित हैं।"
अब्बास ने कहा कि मुंबई आतंकी हमले के साथ ही सारी सीमा पार हो चुकी है। भारत सरकार ने 16 फरवरी को वर्ष 2009-10 के लिए पेश किए गए अंतरिम बजट में रक्षा मद में 34 प्रतिशत की बढ़ोतरी करते हुए 141,703 करोड़ रुपयों का प्रावधान कर दिया।
अब्बास के अनुसार भारत के रक्षा खर्च में बढ़ोतरी पाकिस्तान केंद्रित थी।
डान ने अब्बास के हवाले से लिखा है, "पाकिस्तान आमतौर पर भारत के साथ लौकिक बराबरी बनाए रखने के लिए अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी करता है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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