सोनिया गांधी ने हबीब तनवीर के निधन पर शोक जताया
कांग्रेस अध्यक्ष ने सोमवार को एक बयान जारी कर तनवीर के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त की और रंगकर्म के क्षेत्र में उनके योगदान की प्रशंसा की।
भोपाल स्थित नेशनल अस्पताल में सोमवार की सुबह 6.30 बजे तनवीर का निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। तबियत बिगड़ने के बाद 20 दिन पहले उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार तनवीर का गुर्दा खराब हो गया था और उनकी स्थिति बेहद खराब थी। तनवीर के पारिवारिक सूत्रों के अनुसार उन्हें मंगलवार को दफनाया जाएगा।
तनवीर ने बेहतरीन नाटक लिखे, जिनमें 'आगरा बाजार' (1975) और 'चरनदास चोर' (1975) प्रमुख है। उन्होंने वर्ष 1959 में भोपाल में 'नया थियेटर' की शुरुआत की थी।
'चरनदास चोर' के लिए उन्हें वर्ष 1982 'एडिनबर्ग इंटरनेशनल ड्रामा फेस्टीवल' में सम्मानित किया गया था।
तनवीर को पद्म भूषण, पद्म श्री और संगीत नाटक अकादमी जैसे पुरस्कार मिले थे। उन्हें राज्यसभा (1972-1978) के लिए भी नामित किया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।