जश्न की बजाय जख्मों पर मरहम लगाए श्रीलंका : मून (लीड-1)
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार मून ने शुक्रवार को 15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ श्रीलंका की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने मई में श्रीलंका में लिट्टे के खिलाफ जंग में मारे गए नागरिकों के मसले की उचित जांच कराने की भी हिदायत दी।
उल्लेखनीय है कि विभिन्न संस्थाओं की रपटों के अनुसार श्रीलंका में संघर्ष में 20,000 से अधिक नागरिक मारे गए थे।
मून ने श्रीलंका को चेतावनी दी कि वह जीत के जश्न में नहीं डूबे। बैठक के बाद संवाददाताओं से चर्चा में उन्होंने कहा, "श्रीलंका के लिए यह बेहद अहम समय है। उसे संगठित होकर जख्मों को भरना चाहिए न कि जीत का जश्न मनाना चाहिए। "
सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ मून ने न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के सम्मेलन कक्ष में चर्चा की थी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि उन्होंने कोलंबो से कहा है कि वह जंग में विस्थापित हुए लोगों तक सहायता पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र की सहायता करे।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार मामलों के उच्चायुक्त और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने श्रीलंका में बड़ी संख्या में मारे गए नागरिकों के मसले की जांच की मांग की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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