केरल में एक ही गांव में 200 से अधिक जुड़वा बच्चे
कोडीनीही गांव ननमबारा पंचायत में स्थित है। पंचायत प्रमुख कुंजु मारिकर ने कहा, "जुड़वा बच्चों को लेकर हम पहले जागरुक नहीं थे लेकिन अब ऐसे बच्चों की संख्या को लेकर हम चर्चा करने लगे हैं। जुड़वा बच्चों की कई संस्थाएं भी गांव में बन चुकी हैं।"
कोडीनीही गांव सात वार्डो में बंटा है, जिनमें प्रत्येक की आबादी करीब 2,000 है। मारिकर ने कहा, "जुड़वा बच्चों की इतनी संख्या आश्चर्यचकित कर देने वाली है।"
जुड़वा बच्चों के एक पिता पुलानी भाष्करन ने 'ट्वीन्स एंड किन्स एसोसिएशन' (टीएकेए) नामक संस्था का गठन किया है। उन्होंने कहा, "हमने 11 सदस्यों की एक कार्यकारी समिति का गठन किया है और इसमें जुड़वा बच्चों के नामंकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।"
भाष्करन ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि गांव में जुड़वा बच्चों की संख्या 300 के पार हो जाएगी। ओटोरिक्शा चालक युसूफ के घर भी छह जुड़वा बच्चे हैं।
जुड़वा बच्चों के गांव के रूप में मशहूर कोडीनीही में पिछले वर्ष पुणे और हैदराबाद की दो संस्थाओं ने दौरा भी किया था और जुड़वा बच्चों के अभिभावकों को बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी मुहैया कराई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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