'ओबामा के भाषण का खास असर नहीं होगा'
वाशिंगटन, 5 जून (आईएएनएस)। अमेरिकी विशेषज्ञों का मानना है कि काहिरा में गुरुवार को राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा दिए गए भाषण से उन लोगों के विचार में कोई बदलाव नहीं आएगा जो मध्य पूर्व और दक्षिण एशिया में अमेरिका की नीतियों का विरोध करते हैं।
वाशिंगटन स्थित 'द हेरिटेज फाउंडेशन' में दक्षिण एशिया मामलों की वरिष्ठ शोधार्थी लीसा कर्टिस और मध्य पूर्व मामलों के वरिष्ठ शोधार्थी जेम्स फिलिप्स का कहना है, "ओबामा ने इस्लाम के नकारात्मक पहुलुओं को पेश करने वालों से लड़ने की बात की तो उसका मुस्लिम पर्यवेक्षकों ने भी स्वागत किया। परंतु 'इस्लामिस्ट' शब्द का इस्तेमाल न करके ओबामा आतंकवाद के खिलाफ वैचारिक सोच को कम करके पेश कर रहे हैं।"
इन दोनों विशेषज्ञों ने कहा, "ओबामा की यह बात सही है कि आतंकवाद के साथ इस्लाम को नहीं जोड़ना चाहिए लेकिन हमें उस समय विचारों की लड़ाई में शामिल होना और तैयार रहना पड़ेगा जब राजनीतिक इस्लाम व्यक्तिगत आजादी और धार्मिक स्वतंत्रता के विचारों का विरोध करता है"
गौरतलब है कि गुरुवार को ओबामा ने काहिरा विश्वविद्यालय में दौरान मुस्लिम जगत को केंद्र में रखकर भाषण दिया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।