परमाणु करार पर सरकार से समर्थन वापस लेना भूल थी : बर्धन
बर्धन ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा, "आर्थिक नीतियों सहित अन्य मुद्दों पर हमें मनमोहन सरकार से समर्थन वापस लेना चाहिए था लेकिन परमाणु करार के मुद्दे पर हमें समर्थन वापस नहीं लेना चाहिए था।"
उन्होंने कहा, "परमाणु करार पर हमारी राय सही थी लेकिन जनता इसे समझ नहीं पाई। यहां तक कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को लोकसभा चुनाव में नहीं उठाया।"
बर्धन ने तीसरे मोर्चे के गठन को भी भारी भूल बताया। उन्होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो तीसरे मोर्चे का तो कभी अस्तित्व ही नहीं था। यह तो क्षेत्रीय दलों के साथ महज एक तालमेल था।"
लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में मिली करारी हार पर उन्होंने कहा, "नंदीग्राम और सिंगुर के चलते हम लोकसभा चुनाव हारे। नंदीग्राम और सिंगुर में जो कुछ भी हो रहा था उसका कुछ वामपंथी नेताओं ने भी विरोध किया था। यहां तक कि मैंने खुद इसके विरोध में कई लेख लिखे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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