राष्ट्रपति अभिभाषण : प्रवासी भारतीय आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक ताकत
संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, "पूरे विश्व भर में दो करोड़ पचास लाख से अधिक अनुमानित भारतीयों का बिखराव एक महत्वपूर्ण आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक ताकत हैं तथा सरकार इनके साथ और भी प्रगाढ़ संबंध स्थापित करेगी।"
उन्होंने कहा, "हम इन प्रवासी भारतीयों की सलामती के प्रति पूर्ण सजग और उनके हितों के प्रति संवेदनशील बने रहते हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का एक जिम्मेदार सदस्य होने के नाते भारत अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद, वैश्विक आर्थिक संकट, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा और समसामयिक वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करने के लिए बहुपक्षीय संस्थाओं में सुधार जैसी चिंताओं से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए अन्य देशों के साथ काम करेगा।"
ज्ञात हो कि वर्ष 2004 में सत्ता में आने के बाद संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय का गठन किया था और व्यालार रवि को इसका प्रमुख बनाया था। प्रत्येक साल सरकार प्रवासी दिवस भी मनाती है जिसमें हिस्सा लेने के लिए विश्व के कोने-कोने से प्रवासी भारतीय पहुंचते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।