नेपाल में भारत विरोधी भावनाएं उफान पर
काठमांडू, 4 जून (आईएएनएस)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ)द्वारा नेपाली सीमा के कथित 'अतिक्रमण' और नागरिकों पर 'अत्याचारों' की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी और माओवादियों ने निंदा की है जबकि छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन आरंभ करने की धमकी दी है।
पिछले दो दिनों में 20 से ज्यादा गांवों के उजड़ने की स्थानीय मीडिया में आई खबरों पर चर्चा के लिए गुरुवार को 18 दलों की बैठक के बाद नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी (यूएमएल) के नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बामदेव गौतम ने पत्रकारों को बताया,"डांग जिले में करीब 6,000 लोग विस्थापित हुए हैं।"
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि भारतीय सुरक्षा बलों ने नेपाली सीमा में घुसकर ग्रामीणों पर हमला किया और महिलाओं से बलात्कार किया।
इसे नेपाल की संप्रभुता पर हमले की संज्ञा देते हुए 18 पार्टियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि वे सीमावर्ती इलाके में स्थिति की समीक्षा और विस्थापितों की मदद के लिए एक समिति का गठन किया जा रहा है।
गौतम ने बताया कि दक्षिणी नेपाल के बारा जिले में भी भारतीय अतिक्रमण की सूचना मिली है।
उधर नेपाल में भारतीय दूतावास ने कहा कि नेपाल सरकार से इस संबंध में कोई सूचना नहीं प्राप्त हुई है।
बुधवार को भारतीय दूतावास के सामने पांच छोटी पार्टियों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस इलाके में और प्रदर्शन होने की उम्मीद है क्योंकि 12 दलों से जुड़े छात्र संगठनों ने गुरुवार को भारत विरोधी आंदोलन आरंभ करने की घोषणा की है।
छात्रों ने कहा कि वे प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल और भारतीय राजदूत राकेश सूद को ज्ञापन देंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।