श्रीलंका का अंतर्राष्ट्रीय संबंध सुधारने पर जोर (लीड-1)
कोलंबो में आयोजित राष्ट्रीय विजय परेड में राजपक्षे ने कहा,"अपनी मातृभूमि की स्वतंत्रता की जीत हासिल करने के बाद आगे हमें अपनी संप्रभुता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करना है।"
लिट्टे के खिलाफ युद्ध के अंतिम चरण में कथित युद्ध अपराधों की जांच को लेकर पश्चिमी देशों के साथ श्रीलंका के संबंध काफी खराब चल रहे हैं।
राजपक्षे ने कहा,"एशिया में अपने पड़ोसी देशों से हमारे ईमानदार, नजदीकी और दोस्ताना संबंध हैं। हम अरब और अफ्रीकी देशों से भी वास्तव में अच्छे संबंध बनाने में सक्षम हैं।"
राजपक्षे ने कहा कि इन मित्रों ने इस समय हमारी स्वतंत्रता और संप्रभुता कायम रखने में बहुत सहायता दी है। इस सहयोग को वह बहुत अधिक महत्व देते हैं।
राजपक्षे ने कहा कि लिट्टे के खिलाफ युद्ध में 24,000 से अधिक सुरक्षकर्मियों की मौत हुई और 5,000 से अधिक विकलांग हुए।
राष्ट्रपति ने इन मौतों की समयावधि का उल्लेख नहीं किया लेकिन माना जाता है कि ये आंकड़े पूरे 26 वर्ष तक चले गृहयुद्ध के हैं। इससे पहले उनके भाई और रक्षामंत्री गोटाबाया राजपक्षे ने कहा था कि अंतिम तीन वर्षो के युद्ध में 6,200 सैनिकों की मौत हुई है।
बुधवार सुबह कोलंबो के 'गाले फेस ग्रीन' नामक मैदान में हुई सैनिक परेड में वरिष्ठ अधिकारी और लिट्टे के खिलाफ लड़ाई में हिस्सा ले चुके सैनिक उपस्थित थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।