नेपाली ग्रामीणों का भारतीय सुरक्षा बलों पर यातनाएं देने का आरोप
निजी टीवी चैनल कांतिपुर ने खबर दी है कि नेपाल के दांग जिले के कुछ निवासी अब जिले के दुउखुरी क्षेत्र मे खुले आसमान तले दिन बिता रहे हैं। चारा इकट्ठा करने के लिए जंगल की ओर जाने वाली महिलाएं और सीमा पार जाने वाले पुरुष भारतीय सुरक्षा कर्मियों द्वारा सताए जाने की शिकायत कर रहे हैं। इनके अलावा भारत के सशस्त्र गुट भी कथित तौर पर इन ग्रामीणों पर हमले कर रहे हैं।
खंगरा गांव के 58 वर्षीय राणा बहादुर बी.के. ने काठमांडू पोस्ट दैनिक को बताया उनकी दो बेटियां अपनी बड़ी बहन से मिलने भारत गई थीं लेकिन लौटकर नहीं आईं। उन्होंने कहा, "अब मुझे पता चला है कि उन्हें भारत में बेच दिया गया है।"
दैनिक एक अन्य ग्रामीण के हवाले से खबर दी है कि भारतीय सुरक्षाकर्मी पूछताछ के नाम पर ग्रामीणों को महीनों तक हिरासत में रखते हैं।
इन आरोपों के बारे में काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। कांतिपुर के अनुसार दूतावास की ओर से कहा गया है कि उसे इन कथित हमलों की कोई जानकारी नहीं है।
प्रमुख राजनीतिक दल जहां इस मसले के उपायों पर विचार कर रही हैं वहीं माओवादियों ने इसकी आड़ में कम्युनिस्ट नेता माधवकुमार नेपाल के नेतृत्व में बनी नई सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
नेपाल के गृहमंत्रालय से सीमा पर होने वाले हमलों के बारे में रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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