झारखंड: रसोइये ने 12वीं में टॉप किया
मंगलवार को घोषित नतीजों में महतो ने 500 में से कुल 379 अंक प्राप्त किए हैं। वह धनबान जिले की फौजिया मरियम के साथ संयुक्त रूप से अव्वल रहा है। राज्य में कला संकाय के कुल 81.12 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। महतो मूल रूप से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले मुरमुमा गांव का रहने वाला है। वह दो साल पहले ही रांची पहुंचा था और उसने आर. एन. टी. कॉलेज में दाखिला लिया था।
पढ़ाई का खर्च उठाने में अक्षम
उसके बड़े भाई मिठाई की दुकान में काम करते हैं लेकिन वह महतो की पढ़ाई का खर्च उठाने में अक्षम थे। ऐसे में महतो एक दुकान में खाना बनाने और छात्रावास में रह रहे छात्रों के लिए दोपहर व रात के खाने की आपूर्ति का काम करने लगा।
महतो सुबह में पांच बजे 8.30 बजे तक और शाम में पांच बजे से रात नौ बजे तक काम करता है। काम से फुर्सत मिलने के बाद वह देर रात दो बजे तक पढ़ाई करता था। उसका कहना है, "मैं अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मैं एक शिक्षक बनना चाहता हूं ताकि दूसरे गरीब बच्चों की पढ़ाई में मदद कर सकूं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।