एयर फ्रांस का यात्री विमान लापता
विमान में मौजूद 216 यात्रियों में 32 देशों के नागरिक शामिल हैं। दोनों देशों से मिली सूचना के अनुसार ब्राजील के पूर्वी समुद्र तट पर व्यापक खोजी अभियान आरंभ किया गया है। एयर फ्रांस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पियरे-हेनरी गुआरजियोन ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस दुर्घटना को एक तबाही की संज्ञा देते हुए कहा कि एयरबस-ए 330-200 की स्वचालित संदेश भेजने वाली प्रणाली विफल हो गई थी।
एयर फ्रांस के एक प्रवक्ता ने कहा, "विमान आकाशीय बिजली का शिकार हो सकता है।" उसने कहा कि तूफानी मौसम में विमान की बिजली आपूर्ति बंद होने की संभावना है। परंतु विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा होने की संभावना नहीं है। फ्रांस के परिवहन मंत्री डोमिनिक बुस्सेरेयु ने कहा, "हमें वास्तव में पता नहीं कि क्या हुआ..हमें खुद को बुरी दुर्घटना के लिए तैयार कर लेना चाहिए।"
ब्राजील की वायुसेना ने पूर्वी तट से करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित छोटे द्वीप फर्नाडो डी नारोन्हा के आसपास के इलाकों में भारी तलाशी अभियान आरंभ किया है। यद्यपि विमान देश की रडार सीमा से बाहर लापता हुआ है।
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार एयरबस 330 ने ब्राजील के रियो डी जनेरियो हवाई अड्डे से पेरिस के चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी थी और अटलांटिक के ऊपर पहुंचते ही उसका संपर्क टूट गया। गुआरजियोन ने कहा, "मैं बिना संदेह के कह सकता हूं कि यह एक तबाही है। पूरी एयर फ्रांस कंपनी और उसके कर्मचारी इससे प्रभावित हैं।"
फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी के कार्यालय के अनुसार इस स्थिति से राष्ट्रपति बहुत चिंतित हैं। पेरिस में चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे पर विमान में सवार लोगों के संबंधियों की सहायता के लिए एक विशेष आपदा केंद्र की स्थापना की गई है। एयर फ्रांस ने भी एक हॉटलाइन स्थापित की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।