मुंबई हमले की जांच रिपोर्ट कथित रूप से लीक होने पर महाराष्ट्र विधानसभा में हंगामा
भाजपा-शिवसेना विधायकों के आरोपों को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने प्रधान समिति की रिपोर्ट के लीक होने से इंकार किया।
उन्होंने कहा, "प्रधान ने मुझे रिपोर्ट सौंपी है। इसके बाद उन्होंने बलिदान देने के लिए पुलिस की प्रशंसा की। इसका मतलब यह नहीं है कि रिपोर्ट लीक हो गई।"
चव्हाण ने अपना आश्वासन दोहराया कि जांच रिपोर्ट और उस पर तैयार कार्रवाई रिपोर्ट (एटीआर) को मानसून सत्र में विधानसभा में पेश किया जाएगा। जांच रिपोर्ट को मुख्य सचिव जानी जोसेफ की अध्यक्षता वाली समिति को एटीआर तैयार करने के लिए भेजा गया है।
भाजपा के नितिन गडकर और शिवसेना के दिवाकर राउते जैसे विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं ने यह मुद्दा उठाया। राउते ने कहा कि विधानसभा का अधिवेशन जल्दी ही होने वाला था ऐसे में रिपोर्ट को पहले विधानसभा में पेश किया जाना चाहिए था। "हम रिपोर्ट के बारे में केवल मीडिया से सुन रहे हैं।"
उन्होंने प्रधान कमेटी द्वारा पुलिस को क्लीन चिट दिए जाने पर भी महाराष्ट्र सरकार की कड़ी आलोचना की।
विपक्ष के नेताओं ने कहा कि प्रधान कमेटी में शामिल रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व अधिकारी वी.बालाकृष्णन ने एक ब्लॉग में पुलिस की भूमिका पर असंतोष जताया है। चव्हाण ने कहा कि वह मामले की जांच करेंगे।
सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष के नेता इसके बाद सदन से बहिर्गमन कर गए। इससे पहले हंगामे के कारण विधानसभा की कार्रवाई चार बार स्थगित की गई।
सोमवार को भी विपक्ष ने काफी जोर-शोर से यह मुद्दा उठाया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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