जीएम ने दिवालिया होने की अर्जी दी, 30 हजार नौकरियां खत्म होंगी
जीएम के दिवालिया होने का अमेरिकी सरकार और उसके प्रमुख श्रमिक संगठन समर्थन कर रहे हैं। परंतु अधिकतर छोटे निवेशक खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं और उन्होंने जीएम के पुनर्गठन के लिए न्यायालय में संघर्ष करने का संकल्प लिया है।
जीएम ने न्यूयार्क के दक्षिणी जिले की दिवालिया अदालत में दस्तावेज पेश किए। इससे अरबों डॉलर की आपात सहायता के बदले में अमेरिकी सरकार के कंपनी के अधिग्रहण का रास्ता साफ हो जाएगा।
जीएम के मुख्य कार्यकारी फ्रिट्ज हेंडरसन ने एक बयान में कहा,"हम ऐसा करने जा रहे हैं और यह सही है। न्यायालय की निगरानी प्रक्रिया हमें पूर्ण नवीकरण और अपने उपभोक्ताओं और व्यापार की सुरक्षा के लिए मजबूत उपकरण उपलब्ध कराएगी।"
न्यूयार्क की उसी अदालत ने सोमवार को जीएम की छोटी प्रतिद्वंद्वी कंपनी क्रिसलर को दिवालियापन से उबरने का रास्ता साफ किया। क्रिसलर ने एक महीने पहले दिवालिया होने की अनुमति मांगी थी।
एक बड़े कदम के रूप में न्यायधीश ने क्रिसलर की बेहतरीन संपत्तियों को इटालियन कार निर्माता फिएट के स्वामित्व वाली एक नई कंपनी को बेचने की अनुमति दे दी। व्हाइट हाउस ने कहा कि क्रिसलर का अनुभव जीएम को अपना रास्ता निकालने में मदद करेगा।
ओबामा प्रशासन को उम्मीद है कि जीएम अगले दो तीन महीनों में एक छोटी और आमतौर से कर्ज मुक्त कंपनी के रूप में अदालती प्रक्रिया से बाहर निकल सकती है।
व्हाइट हाउस ने सोमवार को एक बयान में कहा कि एक सदी पुरानी कार निर्माता कंपनी जनरल मोटर्स के लिए यह पुरानी कंपनी के अंत और नई जीएम के उदय के रूप में एक ऐतिहासिक दिन है।
जीएम का इरादा 27 अरब डॉलर के कर्ज को चुकाने के लिए अपनी बेहतरीन संपत्तियों को एक नई कंपनी को बेचने और अपने प्रतीक ब्रांड पोंटिएक, सेटर्न, हमर और सैब को छोड़ने का है।
कंपनी उत्तरी अमेरिका के अपने 20 प्रतिशत डीलरों से भी नाता तोड़ेगी, इससे 30,000 से भी अधिक नौकरियों के समाप्त होने की आशंका है।
जीएम को और 30 अरब डॉलर की मदद के एवज में ओबामा प्रशासन कंपनी में 60 प्रतिशत हिस्सेदारी रखेगा। यह रकम दिसम्बर से अब तक दी गई 20 अरब डॉलर की रकम के अतिरिक्त है। कनाडा सरकार 10 अरब डॉलर की रकम देगी और 12 प्रतिशत हिस्सेदारी पर नियंत्रण रखेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।