छात्राओं से धोखाधड़ी के आरोप में एम्स की व्याख्याता गिरफ्तार (लीड-1)
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) हैप्पी गुप्तन ने बताया कि दोनों छात्राओं में से एक अंकिता श्रीवास्तव की मां रत्ना श्रीवास्तव ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि एम्स में नर्सिग विभाग की वरिष्ठ व्याख्याता मीना अग्रवाल ने उनकी पुत्री को फोन करके प्रवेश परीक्षा प्रश्न पत्र की एक प्रति 500,000 रुपये से 1,000,000 रुपये नकद में उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया।
अग्रवाल ने एक अन्य परीक्षार्थी तरंग गोयल को भी इसी मूल्य पर प्रश्न पत्र की एक प्रति उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया।
गुप्तन ने कहा कि यहां 50 कमरों का छात्रावास संचालित करने वाली अग्रवाल ने समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कराया था कि उनकी कोचिंग में आने वाला हर छात्र निश्चय ही प्रवेश परीक्षा में सफल होगा।
अग्रवाल के इस दावे के बाद दोनों छात्राओं अंकिता और तरंग ने रकम के कुछ हिस्से का भुगतान कर दिया और शेष रकम किस्तों में चुकाने को कहा।
इससे पहले साहिबाबाद पुलिस स्टेशन को पर्चा लीक होने की एक गुमनाम फोन काल आने के आधार पर व्याख्याता को पूछताछ के लिए थाने लाया गया और बाद में मामले को कविनगर थाने में स्थानांतरित कर दिया गया, क्योंकि उनका आवास कविनगर थाने के क्षेत्राधिकार में आता है।
अग्रवाल के अपना अपराध कबूल करने के बाद पुलिस ने उनके कब्जे से कुछ प्रश्न पत्र बरामद किए और उन्हें सत्यापन के लिए एम्स भेजा गया। एएसपी ने कहा कि एम्स के प्रवक्ता वाई.के.गुप्ता ने अग्रवाल से मिले पचरें के एम्स के पर्चो से किसी भी तरह समान होने से इंकार किया।
अग्रवाल को भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत गिरफ्तार किया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।