15वीं लोकसभा का सत्र शुरू, प्रधानमंत्री को नई शुरुआत की आशा (लीड-2)
सभी 543 सांसदों के शपथ लेने का कार्यक्रम दो दिन तक जारी रहेगा और बुधवार को नए लोकसभा अध्यक्ष का निर्वाचन किया जाएगा।
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल गुरुवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी।
संसद भवन के बाहर प्रधानमंत्री ने मीडिया से कहा, "हम एक नई शुरुआत करेंगे- संसद को सुचारु रूप से काम करने दिया जाएगा, कार्यवाही में वार्ता, विचार-विमर्श और तर्क होगा तथा विपक्ष के सदस्यों को उनकी जिम्मेदारी के निर्वहन के लिए हम पूरा सम्मान प्रदान करेंगे।
पहली महिला लोकसभा अध्यक्ष बनने जा रहीं मीरा कुमार ने मुस्कुराते हुए संवाददाताओं से कहा, "हां मैंने इस्तीफा दे दिया है..क्योंकि मुझे लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकित किया गया है।"
लोकसभा में सदन के नेता प्रणब मुखर्जी, अस्थाई अध्यक्ष माणिकराव गावित से शपथ ग्रहण करने वाले पहले सांसद थे। उन्होंने अंग्रेजी में शपथ ली।
इसके बाद विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी और कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शपथ ली। दोनों ने हिंदी में शपथ ली।
लोकसभा में कई सीटें खाली थीं, इससे उम्मीद है कि शपथ ग्रहण समारोह दो दिनों में पूरा होगा। कई नवनिर्वाचित सांसदों ने अपनी मातृभाषा में शपथ ली। भारतीय जनता पार्टी की सुमित्रा महाजन ने संस्कृत में शपथ लेकर इसकी शुरुआत की।
इसके बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सांसद बासुदेब आचार्य ने बंगाली और बीजू जनता दल (बीजद) के अर्जुन चरण सेठी ने उड़िया भाषा में शपथ ली। ये तीनों लोकसभा के पैनल के सदस्य हैं।
इसके बाद त्रिस्तरीय मंत्रिमंडल के सदस्यों ने शपथ ली। सबसे पहले कैबिनेट मंत्री, उसके बाद स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्रियों और फिर राज्यमंत्रियों ने शपथ ली। इसके बाद अन्य सांसदों ने अपने राज्य के वर्णक्रम के अनुसार शपथ ग्रहण किया।
संसद के बाहर मेले जैसा माहौल था। पहली बार निर्वाचित सांसद पूरी सज-धज के साथ संसद पहुंचे। विशेषकर दक्षिण भारत के कई नए सांसद अपने परिवार के सदस्यों तथा मित्रों को संसद की कार्रवाई दिखाने के लिए लाए।
गृहमंत्री पी.चिदंबरम ने तमिल में जबकि बी.के.हांडिक ने असमी भाषा में शपथ ली।
डीएमके के दयानिधि मारन, ए.राजा और एम.के.अझगिरी ने तमिल भाषा में शपथ ली। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कन्नड़ में और पवन कुमार बंसल ने पंजाबी भाषा में शपथ ली। राज्यमंत्री बने सभी तमिल सांसदों ने भी तमिल भाषा में शपथ ली।
नेशनल कांफ्रेंस के फारुक अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के सुल्तान अहमद, असम यूनाइटेड फ्रंट (एयुडीएफ) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल और कांग्रेस के मुहम्मद अशरफुल हक ने अल्लाह के नाम पर शपथ ली।
संसद परिसर में प्रधानमंत्री की अगवानी संसदीय मामलों के मंत्री पवन कुमार बंसल, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और नियोजन एवं संसदीय मामलों के राज्य मंत्री वी. नारायणसामी ने की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।