मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए प्रयास तेज हो : गहलोत
जयपुर, 31 मई (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन एवं मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए विभागीय अधिकारियों को प्रयासों में सघनता लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि गांव और गरीब को केन्द्र मानकर प्रत्येक स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं का इस प्रकार नियोजन एवं विस्तार हो कि निचले स्तर तक लोगों को उनका ¶ाभ मिले।
गहलोत रविवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में तीन घंटे से ज्यादा समय तक चली चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में राजस्थान हैल्थ सिस्टम डवलपमेंट, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
बैठक में सुरक्षित प्रसव के लिए जननी सुरक्षा योजना के तहत 'यशोदा' की भूमिका को महत्वपूर्ण मानते हुए इसके विस्तार का भी निर्णय लिया गया। इस योजना में प्रति पांच प्रसव पर एक 'यशोदा' की नियुक्ति की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश देते हुए दूरदराज के क्षेत्रों में प्रसव के लिए महिलाओं को चिकित्सालय तक पहुंचाने के लिए प्रति ब्लॉक एक वाहन मय मोबाइल फोन की व्यवस्था करने को कहा, साथ ही इसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने घोषणा पत्र के वादे के अनुरुप प्रसव के समय महिलाओं को पांच किलोग्राम देशी घी देने की पुख्ता व्यवस्था किये जाने के भी निर्देश दिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।