पाकिस्तान में तालिबान के दो कमांडरों समेत 25 आतंकवादी मारे गए (लीड-1)
इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने अपने एक बयान में कहा, "पिछले 24 घंटों के दौरान सेना की कार्रवाई में तालिबान के दो कमांडरों अबु सईद मिस्बा-उद-दीन और सुल्तान खान समेत 25 आतंकवादी मारे गए।"
आईएसपीआर ने कहा कि दोनों ओर से जारी गोलीबारी में सेना का एक जवान मारा गया और चार अन्य घायल हो गए।
पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत में जारी सेना का अभियान 36 वें दिन में प्रवेश कर गया है। सेना के अनुसार निचले दीर के कालपानी और गुल देराइ इलाकों में संघर्ष अब भी जारी है।
सैन्य सूत्रों के अनुसार सुरक्षा बलों का निचले दीर के कमबार बाजार क्षेत्र पर पूरी तरह कब्जा हो गया है और वहां सुरक्षा चौकियां बना दी गई हैं।
स्वात घाटी के सबसे बड़े शहर मिंगोरा में भी सेना ने अपना अभियान पूरा कर लिया है जो वहां से तालिबान का पूरी तरह सफाया हो जाने का स्पष्ट संकेत है।
शनिवार को ऐसे खबरें थीं कि आतंकवादियों ने निचले दीर के मैदान उप जिले के जानेमाने धार्मिक विद्वान काजी हबीबुर रहमान का अहपरण करने के बाद उनकी हत्या कर दी है।
रहमान का संबंध तालिबान के समर्थन वाले कट्टरपंथी सूफी मोहम्मद के तहरीक निजाफ-ए-शरियत-ए मुहम्मदी(टीएनएसएम)से है। उन्होंने सूबे की सरकार और तालिबान के बीच शांति समझौता कराने में अहम भूमिका निभाई थी। तालिबान द्वारा इस समझौते का उल्लंघन किए जाने पर सुरक्षा बलों ने 26 अप्रैल से सैन्य अभियान शुरू कर दिया था।
सेना का कहना है कि इस अभियान में अब तक करीब 1200 आतंकवादी मारे जा चुके हैं। हालांकि इसकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है क्योंकि संघर्ष वाले इलाकों में मीडिया को प्रवेश की इजाजत नहीं है। इस अभियान में सुरक्षा बलों के 70 जवानों को भी जान गंवानी पड़ी है।
सैन्य कार्रवाई की वजह से सूबे में बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने विस्थापितों की संख्या 29 लाख बताई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार विस्थापितों के राहत और पुनर्वास के लिए 54 करोड़ 30 लाख डॉलर की जरूरत होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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