मनमोहन मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने शुरू किया कामकाज (राउंडअप)
शुक्रवार को कार्यभार संभालने वालों में विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा, अप्रवासी मामलों के मंत्री वायलार रवि, कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, संसदीय कार्यमंत्री पवन कुमार बंसल, वन एवं पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश, सड़क व परिवहन मंत्री कमलनाथ, गृह राज्यमंत्री अजय माकन, खान मंत्री बी. के. हांडिक, विदेश राज्यमंत्री परनीत कौर, सड़क व परिवहन राज्यमंत्री महादेव एस. खंडेला व आर. पी. एन. सिंह और स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने अपना-अपना कार्यभार संभाला और अपनी-अपनी प्राथमिकताएं भी तय की।
विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर जब शुक्रवार को सुबह साउथ ब्लॉक स्थित अपने कार्यालय पहुंचे तो एक सुखद आश्चर्य उनका इंतजार कर रहा था।
बंद गले के सूट में थरूर जब मंत्रालय में अपनी कुर्सी पर बैठे तो मंत्रालय के सबसे वरिष्ठ नौकरशाह विदेश सचिव शिवशंकर मेनन उनके बाजू में खड़े थे जो सेंट स्टीफंस कॉलेज में उनसे कुछ साल सीनियर थे।
सन् 1972 बैच के विदेश सेवा अधिकारी मेनन ने दिल्ली के इस प्रतिष्ठित कालेज से इतिहास में स्नातकोत्तर की डिग्री ली थी। बाद में थरूर ने भी इसी कालेज से इतिहास विषय के साथ कला स्नातक की डिग्री हासिल की। उन्होंने विश्वविद्यालय में सर्वाधिक अंक हासिल करने का रिकार्ड भी कायम किया था।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मंत्रिमंडल में सेंट स्टीफंस कॉलेज के छह पूर्व छात्रों को स्थान मिला है।
विदेश राज्यमंत्री के रूप में परनीत कौर ने भी आज अपना कार्यभार संभाला। पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा, "पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण संबंध कायम रखना उनकी प्राथमिकता होगी। हम आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाशत नहीं करेंगे।"
कांग्रेस नेता व पेट्रोलिय मंत्री मुरली देवड़ा ने आज सुबह पेट्रोलियम और प्राकृतिक गस मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। वह पूर्ववर्ती सरकार में भी इस मंत्रालय के मुखिया थे।
देवड़ा ने गांवों में रसोई गैस 'लिक्वि फाइड पेट्रोलियम गैस' (एलपीजी) के वितरण की नई योजना की घोषणा भी की।
ईंधन को नियंत्रण मुक्त करने संबंधी एक सवाल के जवाब में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह मामला अभी विचाराधीन है और इसके लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई है।
अप्रवासी मामलों के मंत्री वायलार रवि ने भी आज अपना कार्यभार संभाल लिया। कार्यभार संभालते ही उन्होंने कहा कि विदेशों में रहने वाले भारतीयों पर नस्लवादी हमलों को रोकने के लिए सरकार एक 'संस्थागत तंत्र' के गठन पर गंभीरता से विचार कर रही है।
अकबर भवन में पत्रकारों से चर्चा में रवि ने कहा कि उनकी प्राथमिकता ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा है ताकि भारतीय छात्रों पर कथित रूप से हो रहे नस्लभेदी हमलों को रोका जा सके।
उन्होंने कहा, "सरकार ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। मैंने ऑस्ट्रेलिया स्थित भारतीय उच्चायुक्त से रिपोर्ट मंगवाई है।"
रवि ने कहा, "मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि पीड़ितों के परिजनों के हित में उनका मंत्रालय हरसंभव कार्रवाई करेगा।"
उन्होंने कहा, "ऐसे हमलों से प्रवासियों को बचाने के लिए सरकार एक संस्थागत तंत्र के गठन पर गंभीरता से विचार कर रही है।"
जयराम रमेश ने आज यहां पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पदभार संभाल लिया। पदभार संभालने के बाद रमेश ने वैज्ञानिकों सहित वन अधिकारियों तथा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की तथा विभिन्न विभागों के कार्यक्रमों एवं मसलों की समीक्षा की। बैठक में वनरोपण कोष प्रबंधन एवं नियोजन प्राधिकरण, राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण तथा अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
पर्यावरण एवं वन सचिव, वन विभाग के महानिदेशक, विशेष सचिव, अपर सचिव तथा मंत्रालय के अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
स्वास्थ्य मंत्री के रूप में गुलाम नबी आजाद ने अपना कार्यभार संभाला और कहा कि नए और मारक रोगों से लड़ने के लिए नए-नए वैक्सिनों की खोज को वह प्राथमिकता देंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने कहा, "मेरी कोशिश होगी कि ऐसा तंत्र विकसति करूं जिससे देश में एक भी बच्चा पढ़ाई से वंचित न रह जाए। सभी को शिक्षा और इससे जुड़े संसाधन उपलब्ध कराना मेरी प्राथमिकता होगी।"
राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री के रूप में पदोन्नत किए गए आनंद शर्मा ने आज वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया।
पदभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा, "चालू वित्त वर्ष में हम 160 अरब डॉलर का निर्यात करने का प्रयास करेंगे। यह एक चुनौतीपूर्ण काम है लेकिन अपने पूर्व के अनुभवों का मुझे फायदा मिलेगा। आर्थिक कूटनीति आज वैश्विक व्यवस्था में जरूरी है।"
सड़क व परिवहन मंत्री के रूप में अपना पदभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से चर्चा में कमलनाथ ने देश की परिवहन व्यवस्था में आमूलचुल परिवर्तन का वादा किया। उन्होंने कहा, "देश में सड़कों का जो जाल है उसमें गुणवत्तापरक सुधार लाना जरूरी है। मौजूदा नियामक तंत्रों को वक्त के साथ बदलने की जरूरत है। इसके लिए प्रयास किए जाएंगे।"
इसके साथ ही इसी मंत्रालय में राज्यमंत्री के रूप में महादेव एस. खंडेला और आर. पी. एन. सिंह ने भी अपना-अपना कार्यभार संभाला।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।