भारत की क्रेडिट रेटिंग पर भारी दबाव : मूडीज
मूडीज के वरिष्ठ विश्लेषक अनिंद मित्रा ने एक रिपोर्ट में कहा,"निवेश चक्र को चलाने के लिए विदेशी मुद्रा प्रवाह पर भारत की निर्भरता बढ़ने और मुख्य रूप से राजकोषीय स्थिति की स्थिरता प्रभावित होने से हाल में भारत की रेटिंग पर दबाव बढ़ा है।"
मित्रा के अनुसार देश की विदेशी परिसंपत्तियों में गिरावट होने और वित्तीय जरूरतों के बढ़ने से मौद्रिक प्रबंध पहले ही जटिल हो गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार यदि नवनिर्वाचित सरकार राजकोषीय घाटे को कम करने की योजना सामने लाने में सक्षम सिद्ध होती है, तो रेटिंग में सुधार होगा।
उल्लेखनीय है मनमोहन सिंह सरकार की योजना इस वित्त वर्ष में रिकार्ड 363,000 करोड़ रुपये का कर्ज लेने की है। इस कदम से बजट घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 5.5 प्रतिशत से अधिक होने की आशा है।
उन्होंने कहा कि भारत ने रेटिंग एजेंसियों से हाल में रेटिंग संबंधी चेतावनियों के बारे में कारणों को स्पष्ट करने को कहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।